रोहतास: बिहार के रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन में बालू लोडिंग के दौरान पानी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण 28 ट्रक सोन नद में ही फंस गए. ये कई घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक सुरक्षित नहीं निकाले जा सके हैं. जिसे लेकर ट्रक मालिकों और ड्राइवर में खासा आक्रोश है. हालांकि सोन नदी में ट्रकों के फंसने की सूचना मिलने के बाद कल मौके पर सीओ अनामिका कुमारी पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया था. फिलहाल अब तक ट्रकों को निकाला नहीं जा सका है और सोन नदी में पानी का जलस्तर भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है.
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गुरुवार की रात से फंसे ट्रक: ट्रक मालिक बताते हैं कि वह लोग गुरुवार की रात्रि से सोन नदी में अपने ट्रकों की रखवाली कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें भोजन भी नसीब नहीं हो पा रहा है. साथ ही इस बात की भी चिंता है कि कहीं पानी का जलस्तर तेजी से बढ़ा तो उनके ट्रक पानी में ही जल समाधि न ले ले. वहीं डेहरी की सीओ अनामिका कुमारी ने बताया कि कल से फंसे ट्रकों को निकालने की कोशिश जारी है. सोन नदी में बालू और सीमेन्ट से बोरियों को भरकर 30 मीटर रास्ते का निर्माण कराया गया है. हालांकि पानी का जलस्तर बढ़ने से थोड़ी परेशानी हो रही है लेकिन जल्द ही सभी ट्रकों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.
"गुरुवार की रात्रि से सोन नदी में अपने ट्रकों की रखवाली कर रहे हैं. ऐसे में हमे भोजन भी नसीब नहीं हो पा रहा है. साथ ही इस बात की भी चिंता है कि कहीं पानी का जलस्तर तेजी से बढ़ा तो उनके ट्रक पानी में ही जल समाधि न ले लें." - रवि कुमार, ट्रक मालिक
बालू ढोने की लालच में फंस गए 28 ट्रक: बताया जा रहा है कि एनजीटी के निर्देश पर 30 जून को बालू खनन का आखिरी दिन था. जिसे लेकर ट्रकों का काफिला कटार घाट से सोन नदी में पहुंचा और जैसे ही खनन के दौरान बालू लोडिंग का कार्य शुरू हुआ पानी के बढ़े जलस्तर के कारण सभी ट्रक फंस गए. गौरतलब हो कि एक जुलाई से सोन नदी में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देश पर बालू का खनन कार्य बंद हो गया है. ऐसे में बालू खनन में लगी एजेंसी ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं.
"कल से फंसे ट्रकों को निकालने की कोशिश जारी है. सोन नदी में बालू और सीमेन्ट से बोरियों को भरकर 30 मीटर रास्ते का निर्माण कराया गया है. हालांकि पानी का जलस्तर बढ़ने से थोड़ी परेशानी हो रही है लेकिन जल्द ही सभी ट्रकों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा."-अनामिका कुमारी, सर्किल ऑफिसर, डेहरी