पूर्णिया: नगर निगम क्षेत्र के वार्ड पार्षदों का कार्यकाल 15 जून को खत्म होने वाला है. इसे लेकर सालों से अधर में अटके सड़क निर्माण के प्रति अपनी जवाबदेही तय करने के बजाय अब जनप्रतिनिधियों के बीच बगैर टेंडर के इन सड़कों पर शिलान्यास बोर्ड लगाने की होड़ मच गई है. वहीं, जनप्रतिनिधियों के जरिए अपनाए जा रहे इस नायाब हथकंडे से पर्दा तब उठा जब इन वार्डों में रहने वाले स्थानीय इसकी शिकायत लेकर नगर निगम आयुक्त से मिलने पहुंचे.
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बगैर टेंडर लगाए शिलान्यास बोर्ड
मामले की शिकायत लेकर निगम दफ्तर पहुंचे स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 28, वार्ड 3 और ऐसे ही दूसरे वार्डों में पार्षद बगैर टेंडर के ही शिलान्यास बोर्ड लगाकर अपना नाम चमका रहे हैं. शिलान्यास बोर्ड पर लागत की राशि, वार्ड सदस्य का नाम और इसके साथ ही मोटे-मोटे अक्षरों में मेयर सविता सिंह का नाम शिलान्यास बोर्ड पर अंकित किया गया है, मगर बोर्ड से संवेदक का नाम पूरी तरह नदारद है.
जनता की आंखों में झोंक रहे धूल
उन्होंने कहा कि वे पार्षद जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान विकास से जुड़ा कोई काम नहीं किया. अब वो उनकी आंखों में शिलान्यास बोर्ड लगाकर धूल झोंकने का काम कर रहे हैं. यह पूरी तरह गैरकानूनी है. ऐसे में वह अपनी शिकायत लेकर नगर निगम आयुक्त से मिलने पहुंचे थे. निगम आयुक्त जीउत कुमार सिंह ने मामले की जांच का भरोसा दिया है. मामले का सत्यापन पर पार्षदों पर कार्रवाई किए जाने की बात कही है.
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जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन
सभी ने निगम आयुक्त से मुलाकात कर अपना आवेदन उन्हें सौंपा है. उनसे मुलाकात करने वालों में आबिद हसन, मोहम्मद असद, राजा ठाकुर, मोहम्मद शकील, मुन्नू सिंह और एहसान शामिल हैं. आवेदन में उन्होंने कहा कि बिना टेंडर के ही नगर निगम प्रशासन और वार्ड पार्षद की मिलीभगत से वार्डो में शिलान्यास बोर्ड लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त अपने स्तर से जांच कर फर्जी बोर्ड अविलंब हटाएं, नहीं तो जनता खुद बोर्ड हटाने में सक्षम है.