पूर्णिया(बायसी): जिले के बायसी प्रखंड स्थित आस्जा मोबैया पंचायत के मथुरापुर गांव में पुल न होने से हजारों की आबादी को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. मोबैया से बायसी के लिए पुल न होने से ग्रामीणों के आवागमन का एकमात्र सहारा नाव है. वहीं लगातार हो रही बारिश के परमान नदी के बढ़ते जलस्तर और तेज धार के आगे यात्रियों से भरी नाव के पलटने का खतरा ग्रामीणों को सताने लगा है.
लगातार हो रही जल त्रासदी के बाद भी आस्जा मोबैया में आज तक एक पुल नहीं बनायी जा सकी है. स्थानीय कहते हैं बायसी से मोबैया को जोड़ने का एक मात्र सहारा कच्ची सड़क है. वहीं मॉनसून आते ही यह सड़क एक कदम भी चलने लायक नहीं रहती है. वहीं नदियों के लगातार बढ़ रहे जलस्तर से ग्रामीण काफी डरे सहमें हैं.
आवागमन का एक मात्र सहारा नाव
स्थानीय लोगों के अनुसार आज भी हजारों की आबादी वाले मोबैया गांव से बायसी के आवागमन का एकमात्र सहारा नाव ही है. इसके अलावा खपड़ा जैसे पड़ोसी गांवों तक जाने के लिए भी नाव ही एकमात्र सहारा है. परमान नदी के किनारे तक जाकर सड़क समाप्त हो जाती है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर वहां एक पुल बन जाता तो लोगों को आने जाने में काफी सहूलियत होती. नाव के सहारे उन्हें 1 से 2 घंटे नदी पार करने में लगता है. पुल होने पर यह मार्ग महज 5 से 10 मिनट का के सफर में सिमट जाएगा.
झांकने तक नहीं आते जनप्रतिनिधि
वहीं मथुरापूर के ग्रामीण ने बताया कि चुनाव बीतते ही जनप्रतिनिधि हमारे समस्याओं की तरफ झांकना तक मुनासीब नहीं समझतें. कई बार लोगों ने वर्तमान विधायक हाजी अब्दुस सुभहान से मदद की गुहार लगाई है. लेकिन अब तक कोई भी जनप्रतिनिधि झांकने तक नहीं आया.