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पूर्णिया में मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल ने परिजनों से ऐंठे 3.80 लाख, मरीज की मौत के बाद बवाल

पूर्णिया में मरीज की मौत के बाद बवाल हुआ है. परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने मरीज की इलाज के लिए 3 लाख 80 हजार रुपये दिए लेकिन ठीक-ठाक मरीज की डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मौत हो गई. पढ़ें पूरी खबर...

मरीज की मौत के बाद बवाल
मरीज की मौत के बाद बवाल
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Published : Dec 6, 2021, 8:31 PM IST

पूर्णियाः बिहार में दलालों के झांसे में आकर निजी अस्पतालों में लोगों के लुट जाने का मामला नया नहीं है. पूर्णिया से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां दलालों के चक्कर में पड़कर न केवल मरीज के परिजनों कंगाल हो गए बल्कि मरीज को भी जान से हाथ धोना पड़ा. इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल (Ruckus in Purnia Hospital) काटा.

इसे भी पढ़ें- पीएम नरेंद्र मोदी और प्रियंका चोपड़ा ने अरवल में कराया Covid Test! जानें पूरा मामला

मामला सदर थाना क्षेत्र के कप्तानपाड़ा खुशकीबाग स्थित जीवन निधि मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल की लापरवाही से जुड़ा है. यहां डॉक्टरों की लापरवाही (Patient Died Due To Doctor Negligence In Purnea) के कारण मरीज की जान चली गई. दरअसल, रानीगंज थाना क्षेत्र के नया पट्टी बिस्टोरिया निवासी शंभू राम की पत्नी 35 वर्षीय कल्पना देवी के पेट में गुरुवार की रात अचानक दर्द होने लगा. फिर उल्टी भी शुरू हो गई. इसके बाद परिजनों ने महिला को खेल लाइन बाजार स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज पूर्णिया में भर्ती कराया.

पूर्णिया में मरीज की मौत के बाद हंगामा

वहां, महिला का इलाज चल ही रहा था कि एक दलाल ने मरीज की स्थिति गंभीर और जान को खतरा बताकर दूसरे अस्पताल में इलाज करवाने का झांसा परिजनों को दिया. इसके बाद उस दलाल ने अस्पताल से मरीज को एंबुलेंस से जीवन निधि मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल ले आया और आईसीयू में भर्ती करा दिया.

इसे भी पढ़ें- मोतियाबिंद कांड: मुजफ्फरपुर के आई हॉस्पिटल के खिलाफ केस दर्ज, बड़ी लापरवाही बरतने का आरोप

फिर मरीज की स्थिति गंभीर बताकर परिजनों से लाखों रुपये की मांग की. जुगाड़ करते हुए परिजनों ने कुल 3 लाख 80 हजार रुपये अस्पताल को दे दिया. परिजनों को उम्मीद थी कि बड़ा अस्पताल में मरीज का इलाज चल रहा है तो सब ठीक ही हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. परिजनों के मुताबिक मरीज को एक इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई.

मरीज की मौत होने के बाद अस्पताल के डॉक्टर सहित सभी कर्मचारी मौके से फरार हो गए. परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही की आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. इसी कड़ी में अस्पताल का एक कर्मचारी आक्रोशित परिजनों के हत्थे चढ़ गया जिसकी भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी. परिजन उसे दलाल बता रहे हैं. वहीं, पीट रहे युवक ने अपनी पहचान अस्पताल के कर्मचारी सुनील कुमार के रुप में बताई है, जो रामबाग का रहने वाला है.

इधर, हंगामे की सूचना के बाद सदर थाना की पुलिस दल बल के साथ अस्पताल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को शांत कराने की पूरी कोशिश की. पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. हालांकि, अस्पताल का पक्ष आना अभी बाकी है.

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पूर्णियाः बिहार में दलालों के झांसे में आकर निजी अस्पतालों में लोगों के लुट जाने का मामला नया नहीं है. पूर्णिया से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां दलालों के चक्कर में पड़कर न केवल मरीज के परिजनों कंगाल हो गए बल्कि मरीज को भी जान से हाथ धोना पड़ा. इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल (Ruckus in Purnia Hospital) काटा.

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मामला सदर थाना क्षेत्र के कप्तानपाड़ा खुशकीबाग स्थित जीवन निधि मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल की लापरवाही से जुड़ा है. यहां डॉक्टरों की लापरवाही (Patient Died Due To Doctor Negligence In Purnea) के कारण मरीज की जान चली गई. दरअसल, रानीगंज थाना क्षेत्र के नया पट्टी बिस्टोरिया निवासी शंभू राम की पत्नी 35 वर्षीय कल्पना देवी के पेट में गुरुवार की रात अचानक दर्द होने लगा. फिर उल्टी भी शुरू हो गई. इसके बाद परिजनों ने महिला को खेल लाइन बाजार स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज पूर्णिया में भर्ती कराया.

पूर्णिया में मरीज की मौत के बाद हंगामा

वहां, महिला का इलाज चल ही रहा था कि एक दलाल ने मरीज की स्थिति गंभीर और जान को खतरा बताकर दूसरे अस्पताल में इलाज करवाने का झांसा परिजनों को दिया. इसके बाद उस दलाल ने अस्पताल से मरीज को एंबुलेंस से जीवन निधि मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल ले आया और आईसीयू में भर्ती करा दिया.

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फिर मरीज की स्थिति गंभीर बताकर परिजनों से लाखों रुपये की मांग की. जुगाड़ करते हुए परिजनों ने कुल 3 लाख 80 हजार रुपये अस्पताल को दे दिया. परिजनों को उम्मीद थी कि बड़ा अस्पताल में मरीज का इलाज चल रहा है तो सब ठीक ही हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. परिजनों के मुताबिक मरीज को एक इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई.

मरीज की मौत होने के बाद अस्पताल के डॉक्टर सहित सभी कर्मचारी मौके से फरार हो गए. परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही की आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया. इसी कड़ी में अस्पताल का एक कर्मचारी आक्रोशित परिजनों के हत्थे चढ़ गया जिसकी भीड़ ने जमकर पिटाई कर दी. परिजन उसे दलाल बता रहे हैं. वहीं, पीट रहे युवक ने अपनी पहचान अस्पताल के कर्मचारी सुनील कुमार के रुप में बताई है, जो रामबाग का रहने वाला है.

इधर, हंगामे की सूचना के बाद सदर थाना की पुलिस दल बल के साथ अस्पताल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को शांत कराने की पूरी कोशिश की. पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. हालांकि, अस्पताल का पक्ष आना अभी बाकी है.

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