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मंच पर राहुल भूले आलू की कीमत, कहा- 5 रुपए किलो बेच रहे हैं किसान - election

शनिवार को राहुल गांधी ने पुर्णिया में जन भावना रैली की. इस दौरान उन्होंने किसानों की समस्या पर बात की. भाषण के दौरान वह आलू की कीमत भूल गए. वहीं मंच पर बैठे नेताओं ने फिर कीमत बताई. फिलहाल उनकी किरकिरी जारी है.

भाषण के दौरान राहुल गांधी
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Published : Mar 24, 2019, 2:38 PM IST

Updated : Mar 24, 2019, 2:46 PM IST

पूर्णिया: राहुल गांधी शनिवार को बिहार दौरे पर पूर्णिया पहुंचे थे. रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों की समस्याओं को भी उठाया. इस दौरान वे आलू की कीमत भूल गए. उन्होंने कीमतों का गलत आंकड़ा रैली में बोल दिया. इसके बाद राहुल गांधी की जमकर किरकिरी हो रही है.

मामला तब फंसा जब राहुल आलू की फसल को लेकर किसानों को संबोधित कर रहे थे. हालांकि वह इसकी पूरी तैयारी के साथ आए थे. इसके बावजूद वो आलू की सही कीमत रैली में लोगों को नहीं बता सकें. उन्होंने मंच से कहा कि इन दिनों किसानों को 5 रुपए किलों आलू मार्केट में बेचनी पड़ रही है.

मंच पर नेताओं ने बताई कीमत
मंच पर उपस्थित 40 अतिथियों में से किसी ने 15 रुपये कह कर आवाज लगाई. उसके बाद मंच पर बैठे नेता ने कागज पर लिखकर आलू की कीमत बताई. उसके बाद राहुल को आलू की वर्तमान कीमत का अंदाजा लगा. वह 10 रुपये के चिप्स को 15 रुपये का हवाला देते हुए अपने भाषण को आगे संबोधित करना शुरू किया.


मोदी एंड टीम को घेरने का किया काम

राहुल गांधी का पूरा संबोधन प्रधानमंत्री मोदी के इर्द-गिर्द रहा. दरअसल जन भावना रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष पूरी तरह से मोदी पर जुबानी हमला किया. तकरीबन 35 मिनट तक चला राहुल गांधी का समूचा संबोधन मोदी व उनके पिछले आम चुनावों के दौरान किये गए वायदों पर था. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी एंड टीम को पूरी तरह घेरने का काम किया है.

सभा को संबोघित करते राहुल गांधी


आलू की कीमत पर फंसे राहुल गांधी

भाषण के दौरान राहुल गांधी आलू की कीमत का सही आंकड़ा नहीं लगा सके. और आनन-फानन में गलत आंकड़ा बता बैठे. पहले तो वह कुछ सेकंड तक सोचने लगे और फिर 15-20 रुपये वाले आलू की को दुगना करते हुए 5 रुपये बता दिया. उन्हें आलू की कीमतों का अंदाजा नहीं था.


2013 की बता बैठे कीमत

मीडिया का कैमरा जब राहुल पर फोकस होने लगा तो उन्हें एहसास हो गया था कि उन्होंने आलू की जो कीमतें बताई. वह आज की नहीं बल्कि 2013-14 की थी. स्थिति ऐसी हो गई कि कुछ देर तक मंचासीन अतिथि भी आलू की करेंट कीमतों के उधेड़बुन में फंस गए.

पूर्णिया: राहुल गांधी शनिवार को बिहार दौरे पर पूर्णिया पहुंचे थे. रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों की समस्याओं को भी उठाया. इस दौरान वे आलू की कीमत भूल गए. उन्होंने कीमतों का गलत आंकड़ा रैली में बोल दिया. इसके बाद राहुल गांधी की जमकर किरकिरी हो रही है.

मामला तब फंसा जब राहुल आलू की फसल को लेकर किसानों को संबोधित कर रहे थे. हालांकि वह इसकी पूरी तैयारी के साथ आए थे. इसके बावजूद वो आलू की सही कीमत रैली में लोगों को नहीं बता सकें. उन्होंने मंच से कहा कि इन दिनों किसानों को 5 रुपए किलों आलू मार्केट में बेचनी पड़ रही है.

मंच पर नेताओं ने बताई कीमत
मंच पर उपस्थित 40 अतिथियों में से किसी ने 15 रुपये कह कर आवाज लगाई. उसके बाद मंच पर बैठे नेता ने कागज पर लिखकर आलू की कीमत बताई. उसके बाद राहुल को आलू की वर्तमान कीमत का अंदाजा लगा. वह 10 रुपये के चिप्स को 15 रुपये का हवाला देते हुए अपने भाषण को आगे संबोधित करना शुरू किया.


मोदी एंड टीम को घेरने का किया काम

राहुल गांधी का पूरा संबोधन प्रधानमंत्री मोदी के इर्द-गिर्द रहा. दरअसल जन भावना रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष पूरी तरह से मोदी पर जुबानी हमला किया. तकरीबन 35 मिनट तक चला राहुल गांधी का समूचा संबोधन मोदी व उनके पिछले आम चुनावों के दौरान किये गए वायदों पर था. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी एंड टीम को पूरी तरह घेरने का काम किया है.

सभा को संबोघित करते राहुल गांधी


आलू की कीमत पर फंसे राहुल गांधी

भाषण के दौरान राहुल गांधी आलू की कीमत का सही आंकड़ा नहीं लगा सके. और आनन-फानन में गलत आंकड़ा बता बैठे. पहले तो वह कुछ सेकंड तक सोचने लगे और फिर 15-20 रुपये वाले आलू की को दुगना करते हुए 5 रुपये बता दिया. उन्हें आलू की कीमतों का अंदाजा नहीं था.


2013 की बता बैठे कीमत

मीडिया का कैमरा जब राहुल पर फोकस होने लगा तो उन्हें एहसास हो गया था कि उन्होंने आलू की जो कीमतें बताई. वह आज की नहीं बल्कि 2013-14 की थी. स्थिति ऐसी हो गई कि कुछ देर तक मंचासीन अतिथि भी आलू की करेंट कीमतों के उधेड़बुन में फंस गए.

Intro:आकाश कुमार (पूर्णिया) exclusive report। लगता है कांग्रेस प्रेसीडेंट राहुल गांधी का विवादों के साथ चोली दामन का नाता है। जिले के रंगभूमि मैदान में आयोजित जन भावना रैली के दौरान तो फिलहाल कुछ ऐसी ही नजारा दिखा। 35 मिनट के अपने समूचे संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी पर हमले बोलते -बोलते वे आलू के कीमतों पर आ गया। फिर क्या था । अपने भाषणों के जरिये खुद को किसानों का रहनुमा बता रहे राहुल को खुद आलू की कीमतें मालूम नहीं थी। लिहाजा राहुल को आलू की कीमतों के लिए मंच पर बैठे नेताओं का सहारा लेना पड़ा।


Body: मोदी के ही इर्द-गिर्द रहा राहुल का समूचा संबोधन... दरअसल जिले के रंगभूमि मैदान में आयोजित जन भावना रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष पूरी तरह मोदी पर हमले करते आये। तकरीबन 35 मिनट तक चला राहुल गांधी का समूचा संबोधन मोदी व उनके पिछले आम चुनावों के दौरान किये गए वायदों के इर्द-गिर्द घूमता नजर आया। राहुल को देख तब यही लग रहा था। कि कांग्रेस प्रेसीडेंट राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी ,मोदी वायदे व मोदी एंड टीम को पूरी तरह घेरने के मूड में हैं। आलू की सियासत तो याद थी पर मालूम नहीं थी कीमतें... हालांकि राहुल ग़ांधी ने इसके लिए कड़ी टास्क भी कर रखी थी। मगर मामला तब उनके हाथ से निकल गया। जब राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी को घेरते -घेरते पहले तो किसान और किसानों के आलू पर पहुंच गए। हालांकि आलू के बहाने सियासती रोटी सेकने तक तो सबकुछ ठीक रहा। मगर चूक तब हो गयी जब कांग्रेस अध्यक्ष आलू की कीमतों तक जा पंहुंचे। फिर क्या था। राहुल को खुद आलू के बाजार कीमतों का अंदाजा नहीं था। पहले तो वे कुछ सेकंड तक सोचने लगे। और 15-20 रुपये वाले आलू आलू को दोगुना कम करते हुए 5 रुपये बता दिए। हालांकि सामने मीडिया के कैमरे थे। राहुल को अब यह एहसास हो गया था। कि उन्होंने आलू की जो कीमतें बताई वह आज की नहीं बल्कि 2013-14 की आलू की बाजार कीमतें हैं। आलू पर काम आया हाथ का साथ... आखिरकार आलू की कीमतों के लिए राहुल गांधी को अपनी ही पार्टी कांग्रेस के मंचासीन अतिथियों का सहारा लेना पड़ा। सवाल ऐसा था कि कुछ देर तक मंचासीन अतिथि भी आलू की करेंट कीमतों के उधेड़बुन में फंस गए। कुछ सेकंड बाद मंच पर उपस्थित 40 अतिथियों में से किसी ने 15 रुपये कह कर आवाज लगाई। और तब जाकर राहुल को आलू की वर्तमान बाजार कीमतों का अंदाजा लगा। 10 के चिप्स को बता दिया 15 रुपये.... इससे पहले अपने भाषणों के दौरान राहुल किसान ,कर्जमाफी व मोदी के वायदों की फेहरिश्त पेश करते हुए खुद को जमीनी, जुझारू व किसानों का रहनुमा बताते दिखें। मगर इसके बाद ही राहुल से एक और चूक हो गयी। 10 रुपये के चिप्स के पैकेट को उन्होंने 15 रुपये बतला दिए। जिसे लेकर राहुल गांधी को लोगों का कोपभाजन बनना पड़ा।


Conclusion:
Last Updated : Mar 24, 2019, 2:46 PM IST
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