पूर्णिया: राहुल गांधी शनिवार को बिहार दौरे पर पूर्णिया पहुंचे थे. रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों की समस्याओं को भी उठाया. इस दौरान वे आलू की कीमत भूल गए. उन्होंने कीमतों का गलत आंकड़ा रैली में बोल दिया. इसके बाद राहुल गांधी की जमकर किरकिरी हो रही है.
मामला तब फंसा जब राहुल आलू की फसल को लेकर किसानों को संबोधित कर रहे थे. हालांकि वह इसकी पूरी तैयारी के साथ आए थे. इसके बावजूद वो आलू की सही कीमत रैली में लोगों को नहीं बता सकें. उन्होंने मंच से कहा कि इन दिनों किसानों को 5 रुपए किलों आलू मार्केट में बेचनी पड़ रही है.
मंच पर नेताओं ने बताई कीमत
मंच पर उपस्थित 40 अतिथियों में से किसी ने 15 रुपये कह कर आवाज लगाई. उसके बाद मंच पर बैठे नेता ने कागज पर लिखकर आलू की कीमत बताई. उसके बाद राहुल को आलू की वर्तमान कीमत का अंदाजा लगा. वह 10 रुपये के चिप्स को 15 रुपये का हवाला देते हुए अपने भाषण को आगे संबोधित करना शुरू किया.
मोदी एंड टीम को घेरने का किया काम
राहुल गांधी का पूरा संबोधन प्रधानमंत्री मोदी के इर्द-गिर्द रहा. दरअसल जन भावना रैली के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष पूरी तरह से मोदी पर जुबानी हमला किया. तकरीबन 35 मिनट तक चला राहुल गांधी का समूचा संबोधन मोदी व उनके पिछले आम चुनावों के दौरान किये गए वायदों पर था. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी एंड टीम को पूरी तरह घेरने का काम किया है.
आलू की कीमत पर फंसे राहुल गांधी
भाषण के दौरान राहुल गांधी आलू की कीमत का सही आंकड़ा नहीं लगा सके. और आनन-फानन में गलत आंकड़ा बता बैठे. पहले तो वह कुछ सेकंड तक सोचने लगे और फिर 15-20 रुपये वाले आलू की को दुगना करते हुए 5 रुपये बता दिया. उन्हें आलू की कीमतों का अंदाजा नहीं था.
2013 की बता बैठे कीमत
मीडिया का कैमरा जब राहुल पर फोकस होने लगा तो उन्हें एहसास हो गया था कि उन्होंने आलू की जो कीमतें बताई. वह आज की नहीं बल्कि 2013-14 की थी. स्थिति ऐसी हो गई कि कुछ देर तक मंचासीन अतिथि भी आलू की करेंट कीमतों के उधेड़बुन में फंस गए.