पूर्णिया: बिजली विभाग जैसे सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा है. जिले में लोगों के घर बिजली पहुंचाने के लिए लगाए गए 11 हजार वोल्ट के तार लोगों के लिए यमराज बने हुए हैं. बिजली के ये तार किसानों के खेत से होकर जाते हैं. जिसके चलते इलाके के किसान दहशत में जीने को मजबूर हैं. अभी तक कई घटनाएं होने के बाद भी विभाग कुम्भकर्णी नींद से नहीं जाग रहा है.
खौफ के साए में ग्रामीण
गौरतलब है कि एनएच 31 से लगे लालगंज पंचायत के शेरशाह बाड़ी टोला, मिल्की टोला जैसे दर्जनों गांव के लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं. बता दें कि गांव की मुस्लिम बाहुल्य आबादी के लोग खेतों से ही अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. लेकिन दहशत का आलम यह है कि खेतों में लटक रहे 11 हजार वोल्ट के हाई वोल्टेज तारों ने उनकी कमाई का यह जरिया भी छीन लिया है.
जा चुकी हैं कई जानें
ग्रामीणों ने बताया कि खेतों में लटकते बिजली के तार अभी तक कई लोगों की जान ले चुके हैं. जमीन से महज 4-5 मीटर की ऊंचाई पर झूलते खतरनाक 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं. बता दें कि बीते दिनों गांव के निवासी मोहम्मद एहसान की 13 वर्षीय बेटी रेहाना करंट की चपेट में आने से दम तोड़ दिया था. इसके बावजूद बिजली विभाग अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
महकमे ने आंखों पर बांधी पट्टी
बता दें कि इन तारों की ऊंचाई जमीन से इतनी कम है कि तार फसलों में छिप जाते हैं. वहीं, फसल काटने गए किसान और पशु आए दिन इन तारों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में कई बार बिजली विभाग को लिखित शिकायत दी गयी है. लेकिन बिजली विभाग ने अपनी आंखो पर पट्टी बांध रखी है. विभाग इसका समाधान करने के बजाए मामले को टालने के बहाने तलाशता रहता है.
अधिकारी ने की ईटीवी भारत की सराहना
ईटीवी भारत ने समूचे मामले की गंभीरता से लेते हुए बिजली विभाग के अभियंता नटवर लाल यादव से बात की. वहीं, मामले को संज्ञान में लेते हुए अभियंता ने ईटीवी भारत का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर जर्जर पोल और तार बदलने का काम चालू करवाया जाएगा.