ETV Bharat / state

बिहार: क्वॉरेंटाइन दर्जी अपने हुनर से बनेंगे कोरोना योद्धा, पूर्णिया में शुरू हुई ये पहल - tailoras in quarantine center

पूर्णिया के एक क्वॉरेंटाइन सेंटर पर स्किल मैपिंग कर प्रवासी मजदूरों को उनके हुनर के हिसाब से काम दिया जा रहा है. इस क्वॉरेंटाइन सेंटर की खूब चर्चा की जा रही है. इसके पीछे का कारण यहां मजदूरों को मिल रही सुविधाएं हैं.

बिहार की ताजा खबर
बिहार की ताजा खबर
author img

By

Published : May 19, 2020, 9:36 AM IST

पूर्णिया: बिहार में कई अन्य राज्यों से लाखों प्रवासी मजदूर आ चुके हैं और इनके आने का सिलसिला लगातार जारी है. अपने अपने जिले जा रहे सभी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर रखा जा रहा है. ऐसे में कई केंद्रों से मजदूर शिकायतें भी करते दिख रहे हैं. इन सबके बीच बिहार के पूर्णिया स्थित एक क्वॉरेंटाइन सेंटर की खूब तारीफ हो रही है.

जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर श्रीनगर प्रखंड मुख्यालय में के एक क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. इन लोगों में 70 दर्जी यानि टेलर मास्टर हैं. ऐसे में सभी को चिन्हित कर इनके हुनर का प्रयोग कर मास्क बनाने के लिए कहा गया है. ये सभी मास्क बनाएंगे, इससे इनके हुनर का प्रयोग कोरोना की जंग में किया जाएगा.

क्वॉरेंटाइन सेंटर में सभी सुविधाएं- डीएम
डीएम राहुल कुमार ने इस क्वॉरेंटाइन सेंटर के बारे में बताते हुए कहा कि कैंप में रहने वाले व्यक्तियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. प्रवासी कामगारों की घर वापसी के लिए बनाए गए प्रबंधन प्रोटोकॉल का पूरा अनुपालन किया जा रहा है. उन्हें किट दिए जा रहे हैं. कैंपों में रहने वाले लोगों के लिए शौचालय, नहाने के लिए स्नानागार, शुद्ध पेयजल एवं महिलाओं के लिए अलग से शौचालय, स्नानागार एवं कमरा उपलब्ध करा दिया गया है. इसके साथ ही उन्हें समय पर नाश्ता और भोजन कराया जा रहा है. डीएम ने बताया कि कैंप की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही है.

स्किल मैपिंग कर मिलेगा रोजगार
डीएम ने बताया कि जिला के सभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों को मास्क, गमछा आदि का प्रयोग करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि वे खुद सभी सेंटरों का निरीक्षण कर रहे हैं. प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए प्रखंडवार स्किल मैपिंग का काम किया जा रहा है. इस दौरान कई लोगों को चिन्हित कर उन्हें रोजगार मुहैया करवाने के लिए कार्य योजना बनाई गई है.

पूर्णिया: बिहार में कई अन्य राज्यों से लाखों प्रवासी मजदूर आ चुके हैं और इनके आने का सिलसिला लगातार जारी है. अपने अपने जिले जा रहे सभी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर रखा जा रहा है. ऐसे में कई केंद्रों से मजदूर शिकायतें भी करते दिख रहे हैं. इन सबके बीच बिहार के पूर्णिया स्थित एक क्वॉरेंटाइन सेंटर की खूब तारीफ हो रही है.

जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर श्रीनगर प्रखंड मुख्यालय में के एक क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. इन लोगों में 70 दर्जी यानि टेलर मास्टर हैं. ऐसे में सभी को चिन्हित कर इनके हुनर का प्रयोग कर मास्क बनाने के लिए कहा गया है. ये सभी मास्क बनाएंगे, इससे इनके हुनर का प्रयोग कोरोना की जंग में किया जाएगा.

क्वॉरेंटाइन सेंटर में सभी सुविधाएं- डीएम
डीएम राहुल कुमार ने इस क्वॉरेंटाइन सेंटर के बारे में बताते हुए कहा कि कैंप में रहने वाले व्यक्तियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. प्रवासी कामगारों की घर वापसी के लिए बनाए गए प्रबंधन प्रोटोकॉल का पूरा अनुपालन किया जा रहा है. उन्हें किट दिए जा रहे हैं. कैंपों में रहने वाले लोगों के लिए शौचालय, नहाने के लिए स्नानागार, शुद्ध पेयजल एवं महिलाओं के लिए अलग से शौचालय, स्नानागार एवं कमरा उपलब्ध करा दिया गया है. इसके साथ ही उन्हें समय पर नाश्ता और भोजन कराया जा रहा है. डीएम ने बताया कि कैंप की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही है.

स्किल मैपिंग कर मिलेगा रोजगार
डीएम ने बताया कि जिला के सभी क्वॉरेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों को मास्क, गमछा आदि का प्रयोग करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि वे खुद सभी सेंटरों का निरीक्षण कर रहे हैं. प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए प्रखंडवार स्किल मैपिंग का काम किया जा रहा है. इस दौरान कई लोगों को चिन्हित कर उन्हें रोजगार मुहैया करवाने के लिए कार्य योजना बनाई गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.