पूर्णिया: कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. इस जानलेवा संक्रमण से सीख लेते हुए स्वास्थ्य महकमा ने अहम फैसला लिया है. इसके तहत स्वास्थ्य महकमा राज्य भर में श्वसन और इन्फ्लूएंजा जैसे गंभीर रोगों से पीड़ित लोगों की निगरानी करेगा. इसकी मॉनिटरिंग महीने के अंत तक शुरू कर दी जाएगी. इसमें निजी अस्पतालों से भी सहयोग की अपील की गयी है.
पत्र में लिखी बातें
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार की ओर से इसके लिए सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर कई अहम दिशा- निर्देश दिए गए हैं. पत्र जारी कर प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा है कि भारत सरकार से समन्वय स्थापित कर राज्य में कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर कई कार्य किये जा रहे हैं. इसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल मेडिकल रिसर्च और केयर, यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी संस्थाओं के विशेषज्ञों की ओर से जारी किये गये सलाह को समय साझा किया जा रहा है. इसी कड़ी में कोविड-19 संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए गंभीर श्वसन रोगियों और इन्फ्लूएंजा जैसे रोगों से पीड़ित लोगों की निगरानी की जरूरत भी महसूस की गयी है.
जल्द शुरू होगी आईएलआई और एसएआरआई की मॉनिटरिंग
बेहद जल्द आईएलआई(इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस) और एसआरएआई(सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस) की स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की सुविधा अस्पतालों में होगी. अस्पतालों में इन रोगों से जुड़े काफी मरीज भर्ती होते हैं. आईएलआई सर्विलांस सभी फ्लू क्लिनिक में होनी है. जिसका निर्माण सभी सरकारी अस्पतालों और निजी अस्पतालों के ओपीडी में किया गया है. वहीं, सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, जिला अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल और निजी अपस्ताल आईएलआई और एसआरएआई सर्विलांस के लिए सिक्योर साईट की तरह कार्य करेंगे.
लिए जाएंगे ये अहम एक्शन
- सभी आईएलाई एवं एसआरएआई केसेज की जिले में लाइन लिस्टिंग होगी, जो सरकारी और निजी दोनों ही अस्पतालों में दी जाएगी
- यहां संदिग्ध कोरोना मरीजों के सैंपल कलेक्ट करने की सुविधा होगी
- टेस्ट रिपोर्ट के अनुसार आइसोलेशन की सुविधा और कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक कोरोना मरीज का इलाज भी संभव होगा
- इसके तहत जिला अधिकारी के नेतृत्त्व में जिले में नोडल पदाधिकारी भी नामित किए जाएंगे
नामित किए जाएंगे नोडल पदाधिकारी
जिले में इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस के प्रभावी सर्विलांस को लेकर जिला अधिकारी के नेतृत्त्व में जिले में कुछ नोडल पदाधिकारी नामित भी किये गए हैं, जिसमें डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस यूनिट- इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. इससे संबंधित सभी तरह के दिशा-निर्देश राज्य के सर्विलांस पदाधिकारी की ओर से जिले के सर्विलांस पदाधिकारी को नियमित तौर पर भेजे जाएंगे.