पूर्णिया: नदियों के बढ़ते जलस्तर के बाद जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात बन पड़े हैं. वहीं, इन सब के बीच सबसे भयावह तस्वीर अमौर प्रखंड से सामने आई है, जहां परमान नदी का पानी अमौर के कई गांवों में प्रवेश कर गया. वहीं, इसके चलते बागढर से माधवकोला जाने वाली सड़क के पुल के ऊपर से 2-3 फीट पानी बह रहा है.
पैदा हुए आंशिक बाढ़ के हालात
महानन्दा, कनकई, परमान, दास, कोसी कोरा जैसी नदियों के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण अमौर के निचले हिस्सों में आंशिक बाढ़ जैसे हालात बन पड़े हैं. गुरुवार को परमान नदी की तेज धार बागढर से माधवकोला जाने वाली सड़क और उससे लगे कई गांवों में प्रवेश कर गई, जिसके बाद बागढर माधवाकोला मार्ग से जिला मुख्यालय आने-जाने वाले लोगों को पुल के ऊपर बह रहे 3-4 फिट पानी का सामना करना पड़ रहा है.
पानी के कारण आवागमन बाधित
वहीं, इसके बढ़ते बहाव के कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. नदी के तेज बहाव से बचने के लिए लोग एक-दूसरे के हाथों को पकड़कर बमुश्किल ही सड़क मार्ग क्रॉस कर पा रहे हैं. इस बाबत ग्रामीणों ने कहा कि हर साल ही बारिश का सिलसिला तेज होते ही परमान नदी का पानी बागढर माधवकोला जाने वाली सड़क पर बहने लगता है. हालांकि, इस साल हो रही भारी बारिश के कारण परमान नदी रौद्र रूप धारण कर चुकी है. वहीं, इस बार स्थितियां काफी भयावह है मगर अब तक किसी तरह की प्रशासनिक सुविधा ग्रामीणों को नहीं मिल सकी.