पटना: बिहार में बढ़ते अपराध (Crime In Bihar) जैसे रंगदारी और साइबर क्राइम की घटना में हो रही वृद्धि का कारण कहीं ना कहीं दूसरे के नाम पर फर्जी सिम कार्ड (fake mobile sim in bihar) है. दरअसल अपराधी अक्सर दूसरे के नाम पर जारी मोबाइल सिम का इस्तेमाल कर रंगदारी साइबर क्राइम जैसी घटनाओं को अंजाम देते आए हैं. जिस वजह से अब इन पर लगाम लगाने के लिए बिहार पुलिस ने बड़ा निर्णय लिया है. बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद बिहार भर में फर्जी सिम धारकों के विरुद्ध अब तक लगभग 400 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें पटना, मुजफ्फरपुर, सिवान, गोपालगंज, कैमूर जिले के अलावा कई और जिले शामिल हैं.
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फर्जी सिम धारकों पर होगी कार्रवाई: दरअसल फर्जी सिम धारकों द्वारा रंगदारी और साइबर फ्रॉड (cyber fraud in bihar) जैसी वारदातों को अंजाम दिया जाता है. ऐसे में पुलिस अब फर्जी सिम धारकों के साथ-साथ उसके विक्रेता और डीलरों पर भी कार्रवाई की तैयारी में है. बिहार पुलिस मुख्यालय को हाल के दिनों में साइबर फ्रॉड, रंगदारी और धमकी देने से जुड़े कई मामलों में फर्जी सिम के इस्तेमाल के साक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसके बाद एसटीएफ और पुलिस की ओर से सभी जिलों में सिम धारक को पहचान करने का अभियान चलाया गया है. एसपीएस की ओर से तीन धारा के डिस्ट्रीब्यूटर रिटेलर के नाम और नंबर की सूची उपलब्ध कराई गई है जिसके बाद यह कार्रवाई की जा रही है.
तकनीकी जांच से लोकेशन होगा ट्रेस: पुलिस मुख्यालय के द्वारा आईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों को संबंधित जिलों में कार्रवाई पर नजर रखने और विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है. फर्जी सिम यूज करने वाले धारकों का तकनीकी जांच कर मोबाइल टावर के आधार पर उनकी लोकेशन की तलाश की जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी फर्जी सिम इस्तेमाल करने वाले और बेचने वाले अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित होगी.
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