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खरमास बाद बिहार में होगा मंत्रिमंडल विस्तार! सरकार की सहयोगी पार्टियों ने दिए संकेत - BIHAR CABINET EXPANSION

बिहार मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज है, जिसमें भाजपा और जेडीयू के नेताओं की बैठक, मुख्यमंत्री की मुलाकात, और बोर्ड गठन की संभावना है, पढ़ें-

बिहार में मंत्रिमंडल विस्ता
बिहार में मंत्रिमंडल विस्ता (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : 10 hours ago

पटना : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है. खरमास के बाद मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाएं जताई जा रही हैं. हालांकि, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है.

मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार में मंत्रिमंडल विस्तार : वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष मांझी का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार में है. उन्होंने यह भी कहा कि सीटें खाली जरूर हैं, लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ही लेंगे.

कैबिनेट विस्तार पर नीतीश के सहयोगी दल (ETV Bharat)

बीजेपी और जेडीयू के अध्यक्षों की बैठक : पिछले साल सितंबर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद यह बयान आया था कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ बोर्ड और निगमों का गठन भी जल्द किया जाएगा. हालांकि, तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.

''मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार का मामला है. सीट खाली जरूर है, लेकिन फैसला तो मुख्यमंत्री करेंगे. मंत्रिमंडल विस्तार होगा कि नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है.''- संतोष सुमन मांझी, मंत्री, HAM

मुलाकात के बाद बढ़ी अटकलें : आज मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात की, जिसके बाद इस मुलाकात के उद्देश्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री सचिवालय और राजभवन की ओर से इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है, और इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है.

मंत्रियों की संख्या में वृद्धि का सवाल : बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं, और राज्य के संविधान के अनुसार राज्य सरकार में अधिकतम 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं. वर्तमान में बिहार में 30 मंत्री हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि 5 और मंत्री बनाए जा सकते हैं. इस संदर्भ में भाजपा कोटे से 3 से 4 मंत्रियों की नियुक्ति की चर्चा है.

आने वाले चुनावों का असर : मंत्रिमंडल विस्तार और बोर्ड-निगम गठन की चर्चाएं चुनावी साल में और भी बढ़ गई हैं. एनडीए के घटक दलों के कई नेता मंत्री पद और बोर्ड-निगम में अपनी हिस्सेदारी के लिए नजर लगाए हुए हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि खरमास के बाद या चूड़ा दही भोज के बाद मंत्रिमंडल विस्तार होता है या नहीं?

ये भी पढ़ें- 'नीतीश कुमार एक जहाज हैं, जो चढ़ेगा पार होगा', दिलीप जायसवाल का बड़ा बयान

पटना : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है. खरमास के बाद मंत्रिमंडल के विस्तार की संभावनाएं जताई जा रही हैं. हालांकि, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है.

मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार में मंत्रिमंडल विस्तार : वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष मांझी का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार में है. उन्होंने यह भी कहा कि सीटें खाली जरूर हैं, लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ही लेंगे.

कैबिनेट विस्तार पर नीतीश के सहयोगी दल (ETV Bharat)

बीजेपी और जेडीयू के अध्यक्षों की बैठक : पिछले साल सितंबर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद यह बयान आया था कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ बोर्ड और निगमों का गठन भी जल्द किया जाएगा. हालांकि, तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं.

''मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री के क्षेत्राधिकार का मामला है. सीट खाली जरूर है, लेकिन फैसला तो मुख्यमंत्री करेंगे. मंत्रिमंडल विस्तार होगा कि नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है.''- संतोष सुमन मांझी, मंत्री, HAM

मुलाकात के बाद बढ़ी अटकलें : आज मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात की, जिसके बाद इस मुलाकात के उद्देश्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री सचिवालय और राजभवन की ओर से इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है, और इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है.

मंत्रियों की संख्या में वृद्धि का सवाल : बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं, और राज्य के संविधान के अनुसार राज्य सरकार में अधिकतम 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं. वर्तमान में बिहार में 30 मंत्री हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि 5 और मंत्री बनाए जा सकते हैं. इस संदर्भ में भाजपा कोटे से 3 से 4 मंत्रियों की नियुक्ति की चर्चा है.

आने वाले चुनावों का असर : मंत्रिमंडल विस्तार और बोर्ड-निगम गठन की चर्चाएं चुनावी साल में और भी बढ़ गई हैं. एनडीए के घटक दलों के कई नेता मंत्री पद और बोर्ड-निगम में अपनी हिस्सेदारी के लिए नजर लगाए हुए हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि खरमास के बाद या चूड़ा दही भोज के बाद मंत्रिमंडल विस्तार होता है या नहीं?

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