पूर्णिया: कोरोना वायरस के श्रृंखला को तोड़ने के लिए जिले के लोग सजग और जागरूक नजर आ रहे हैं. शुरुआती दौर को नजरअंदाज करें तो लोगों ने कोरोना के खतरे को भांपते हुए खुद को घरों में कैद कर लिया. इतना ही नहीं, लोगों ने स्क्रीनिंग टीम का भी भरपूर सहयोग किया. प्रशासन के निर्देश और डॉक्टरों की सलाह मानी. इसका नतीजा यह हुआ कि जिले में अब तक महज 2 कोरोना मरीज मिले हैं.
लोगों को किया गया जागरूक
जिले के एसडीओ डॉ. विनोद कुमार कहते हैं कि कोरोना के पहले केस की बिहार में एंट्री के साथ ही जिला प्रशासन ने इससे निबटने का रोडमैप तैयार किया था. इसके तहत शहर के गली-कूंचों समेत सुदूर ग्रामीण बस्तियों तक कोरोना वायरस को लेकर जागरुकता अभियान चलाया गया. लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेसिंग के पालन का महत्व बताया गया. जिलावासियों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई.
डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का फायदा
एसडीओ ने कहा कि जिले के लोगों ने अद्धभुत अनुशासन का परिचय दिया है. डोर टू डोर स्क्रीनिंग के दौरान जिलावासियों ने अपने स्वस्थ्य की सही जानकारी दी. डोर टू डोर स्क्रीनिंग से ही कोरोना का दूसरा मामला सामने आया है.