पूर्णिया: डेढ़ साल के अहाना की किलकारी अब सात समंदर पार अमेरिका में गूंजेगी. शहर के भट्टा बाजार स्थित एडॉप्शन सेंटर की लाडली अहाना को अब अमेरिकी पायलट पिता का प्यार मिलने जा रहा है. मीलों का सफर तय कर अमेरिकी दंपति केल्विन डिसेल्वा और डैमिनी रिनी डिसेल्वा पूर्णिया पहुंचे. यहां उन्होंने कानूनी कागजात को पूरा कर मासूम को गोद ले लिया.
अमेरिका में पलेगी अहाना
मासूम आहाना के नए पिता पेशे से अमेरिकन वायुसेना में पायलट हैं. ऐसे में इस अमेरिकी दंपति की चाहत है कि बड़ी होकर अहाना पायलट बने और अमेरिका के ऊंचे आसमान में भारत का पताका लहराए. बताया जा रहा है कि यह मौका बेहद खास था, जब अहाना को अमेरिकी दंपति को सौंपने जिले के डीएम राहुल कुमार खुद मौजूद रहे. संस्था के कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा कर संतान के सुख के लिए सालों से वंचित अमेरिकी दंपति को अहाना का साथ मिला. इसके बाद वह सात समंदर पार अमेरिका के गगनचुंबी इमारतों में पलेगी.
अमेरिकी दंपत्ति का भारत प्रेम
वहीं, इस बाबत ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत में पायलट पिता केल्विन डिसेल्वा और डैमिनी रिनी डिसेल्वा अपने इस अरमान के पूरा होते ही भारत को शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा कि उन्हें शुरुआत से ही भारत से खासा लगाव रहा है और वह कई बार भारत दर्शन को आ चुके हैं. शादी के बाद जब भी छुट्टियों का वक्त मिला उन्हें खास बनाने वह भारत भ्रमण पर आते रहे हैं. इसके बाद उन्होंने शादी के बाद भारत से ही बेबी गोद लेने का निर्णय किया.
कारा में ऑनलाइन किया आवेदन
अमेरिकी दंपति ने एक भारतीय साथी की मदद से कारा में ऑनलाइन आवेदन किया. जिसके बाद आज उन्हें नन्हीं अहाना का साथ मिला है. ऐसे तो उनकी चाहत है कि वह खुद की तरह ही मासूम को एक पायलट बनाए ताकि वह अपनी कामयाबी से भारत का पताका अमेरिका में लहराती रहे. जिससे भारत और अमेरिकी रिस्ते और मजबूत हो सके. उन्होंने कहा कि एक बिटिया के पिता बनने पर उन्हें और उनकी पत्नी को जो सुखद एहसास हो रहा है. इसके लिए वह दोनों इस महान देश भारत और पूर्णिया के अभारी रहेंगे.