पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा बिहार में हैं. साथ ही तीसरे मोर्चे के गठन की कवायद भी उन्होंने शुरू कर दी है. इस दौरान यशवंत सिन्हा मंगलवार से 15 जुलाई तक बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा भी करेंगे. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि जहानाबाद से वो अपनी यात्रा शुरू करेंगे.
यशवंत सिन्हा ने कहा कि लोग बिहार में नए विकल्प की तलाश में हैं. इसीलिए हमने तीसरे मोर्चे के गठन का निर्णय लिया है. बिहार की जनता अब मौजूदा दोनों गठबंधनों से ऊब चुकी है. उन्होंने वर्तमान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान ही पता चल गया कि मौजूदा सरकार ने बिहार के लोगों का क्या हाल बना रखा है.
'नहीं करेंगे एक तरफा संवाद'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार के अस्मिता के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया है. वर्तमान सरकार को गद्दी से उतारने के लिए ही बिहार में तीसरे मोर्चे की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के मद्देनजर दिक्कत तो होगी. लेकिन गाइड लाइन को फॉलो करते हुए हम विभिन्न जिलों में लोगों से जन संवाद करेंगे. क्योंकि वर्चुअल रैली करके हम एक तरफा संवाद हम नहीं करना चाहते हैं.
'छोटे दलों को साथ लेकर पेश करेंगे दावेदारी'
यशवंत सिन्हा ने कहा कि हम किसी राजनीतिक दल का गठन नहीं करेंगे. हमारी विचारधारा के साथ आने वाले छोटे दलों को साथ लेकर इस बार विधानसभा चुनाव मैदान में अपनी दावेदारी पेश करेंगे. बता दें कि यशवंत सिन्हा के साथ बिहार में पूर्व सांसद देवेन्द्र प्रसाद यादव, पूर्व सांसद नागमणि और पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह रेणु कुशवाहा भी हैं.