पटना: राजधानी के नियोजन भवन में मंगलवार को श्रम संसाधन विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का विषय 'बिहार में अप्रेंटिसशिप का प्रमोशन' था. जिसमें नई तकनीक के साथ युवाओं को जोड़ने और उन्हें प्रशिक्षित करने यानि अप्रेंटिसशिप के महत्व को लेकर उद्योगपतियों के बीच चर्चा की गई.
'अप्रेंटिसशिप की है बड़ी भूमिका'
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की ओर से आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न कंपनियों और उद्योगपतियों को यह संदेश देने की कोशिश की गई कि किस तरह अप्रेंटिसशिप के जरिए स्किल्ड लेबर फोर्स तैयार करने में सहायता मिलती है. श्रम एवं रोजगार मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में स्किल्ड लेबर फोर्स तैयार करने में अप्रेंटिसशिप की बड़ी भूमिका है. इसके लिए केंद्र सरकार भी विशेष सहायता दे रही है. उन्होंने कहा कि आज के समय में 14 साल से ऊपर के युवाओं को विभिन्न स्किल में ट्रेनिंग के जरिए उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाया जा सकता है. ऐसे में इस दिशा में हम लगातार प्रयास कर रहे हैं.
ट्रेनिंग के दौरान मिलेगा स्टाइपेंड
श्रम एवं रोजगार मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य 5वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों को नई तकनीक के साथ उन्हें स्किल्ड बनाने की ट्रेनिंग देना है. उन्होंने कहा की ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को स्टाइपेंड भी मिलेगा. कार्यक्रम में मौजूद उद्योगपति रामलाल खेतान ने सरकार के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि आने वाले समय में अप्रेंटिसशिप एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. जिससे विभिन्न उद्योगों में एक्सपर्ट हैंड के जरिए उत्पादन बढ़ाने में सहायता मिलेगी.