पटना: क्या बिहार में एनआरसी के मुद्दे पर नीतीश कुमार के स्टैंड से बीजेपी नाराज है? यह सवाल इसलिए, क्योंकि बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि अगर किन्हीं वजहों से बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन नहीं चलता है. तो हम लोग नया गठबंधन बनाने में गुरेज नहीं करेंगे.
बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि, 'महाराष्ट्र में हमारे एक पुराने साथी शिवसेना ने हमारा साथ छोड़ दिया और कांग्रेस के साथ जाकर मिल गए. पहले लालू यादव बीजेपी का विरोध करके सत्ता में थे. हम चाहते हैं कि हमारे पुराने साथी हमारे साथ रहें और अगर वह छोड़कर जाते भी हैं तो हमें नये पार्टनर चुनने की आजादी है. राजनीति में कुछ भी संभव है, संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है. वो अलग रास्ता चुनेंगे तो हम भी गुरेज' नहीं करेंगे.'
क्या कहा था नीतीश कुमार ने?
दरअसल, नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा था कि कहा कि नागरिकता कानून को लेकर बहस होनी चाहिए और बिहार में एनआरसी लागू होने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. उन्होंने कहा, 'जहां तक एनआरसी का सवाल है तो इसे लागू करने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. यह असम के परिप्रेक्ष में था. देशव्यापी एनआरसी की कोई बात नहीं थी. मुझे इसका कोई एहसास नहीं है कि अनावश्यक एनआरसी राष्ट्रीय परिप्रेक्ष में आ सकता है. इसका कोई औचित्य नहीं है. इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी अपनी बात स्पष्ट कर चुके हैं.'