पटना: बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण (Bihar Chief Secretary Tripurari Sharan) का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. बिहार सरकार (Bihar Government) ने जून महीने में 3 महीने के लिए एक्सटेंशन दिया था, जो इसी महीने समाप्त हो रहा है. ऐसे में मुख्य सचिव के नए नामों पर चर्चा फिर शुरू हो गई है.
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ऐसे बिहार सरकार के विकास आयुक्त आमिर सुबहानी का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है. आमिर सुबहानी बिहार सरकार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और इनसे ऊपर केवल एक आईएएस अधिकारी संजीव कुमार सिन्हा हैं. बिहार सरकार में वर्तमान मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण के साथ 12 आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव के ग्रेड में हैं.
मुख्य सचिव के पद को लेकर कई नामों की चर्चा शुरू है. लेकिन सबसे आगे आमीर सुबहानी का नाम है. सुबहानी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पसंदीदा आईएएस अधिकारी हैं और लगातार प्रमुख विभागों को देखते रहे हैं. अभी आमिर सुबहानी विकास आयुक्त हैं. वे लंबे समय तक गृह विभाग के प्रधान सचिव रहे. अपर मुख्य सचिव में प्रमोशन के बाद भी गृह और सामान्य प्रशासन विभाग देखते रहे और अभी विकास आयुक्त हैं.
अमीर सुबहानी से ऊपर केवल संजीव कुमार सिन्हा है जो अध्यक्ष व सदस्य राजस्व परिषद में हैं. ऐसे बिहार सरकार में मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण के साथ मुख्य सचिव के ग्रेड में 12 आईएएस अधिकारी हैं. अतुल प्रसाद अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण विभाग में है तो वहीं सुधीर कुमार मुख्य जांच आयुक्त समान प्रशासन विभाग में है. दोनों का कार्यकाल 2022 के शुरुआती महीनों में समाप्त हो रहा है.
वहीं विवेक कुमार सिंह अपर मुख्य सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में हैं इनका कार्यकाल जुलाई 2024 तक है. ब्रजेश मेहरोत्रा अपर मुख्य सचिव उद्योग विभाग में है इनका कार्यकाल अगस्त 2024 तक है तो वही अमृतलाल मीणा अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग और इनके पास पंचायती राज विभाग का भी अतिरिक्त प्रभार है. इनका कार्यकाल अगस्त 2025 तक है.
सरकार जिसे चाहेगी वो बनेंगे जो नीतीश कुमार के चहेते होंगे. इसमें हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है.- मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता, आरजेडी
इधर, वंदना किनी अपर मुख्य सचिव श्रम संसाधन विभाग में हैं और इनका कार्यकाल जून, 2023 तक है. संजय कुमार अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग में हैं और इनका कार्यकाल जून 2026 तक है. चैतन्य प्रसाद अपर मुख्य सचिव गृह विभाग में है निबंधन उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी इनके पास है और इनका कार्यकाल जुलाई 2025 तक है. इसके अलावा प्रत्यय अमृत हैं अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग आपदा प्रबंधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार इनके पास है और इनका कार्यकाल जुलाई 2027 तक है.
पिछले मुख्य सचिव को तीन बार एक्सटेंशन मिला था. ऐसे में अभी त्रिपुरारी शरण को एक ही बार एक्सटेंशन मिला है तो एक्सटेंशन मिलने की भी चर्चा है यदि नहीं मिलता है तो आमिर सुबहानी सबसे बड़े दावेदार हो सकते हैं. यदि बीजेपी आपत्ति नहीं करती है तो नीतीश कुमार के लिए कोई मुश्किल नहीं होगी लेकिन पहले भी बीजेपी आपत्ति कर चुकी है.- रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार
बीजेपी और जदयू के नेता इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. और इसे मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार बता रहे हैं लेकिन आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है जो नीतीश कुमार के पसंदीदा अधिकारी होंगे उन्हें ही मुख्य सचिव का पद मिलेगा हालांकि हम लोगों को इससे कोई लेना-देना है नहीं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसे तो चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं लेकिन सहयोगी बीजेपी की भी सहमति मायने रखती है. यदि त्रिपुरारी शरण का एक्सटेंशन नहीं हुआ तो तय है कि इस महीने बिहार को नया मुख्य सचिव मिल जाएगा. लेकिन नया मुख्य सचिव आमिर सुबहानी होंगे या कोई और इस पर जरूर सस्पेंस फिलहाल बना हुआ है.
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