पटना: यास चक्रवाती तूफान का कहर राजधानी पटना में भी देखने को मिल रहा है. गुरुवार से हो रही मुसलाधार बारिश की वजह से पटना शहर के कुछ इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. जलजमाव की वजह से लोगों की परेशानी देखने को मिल रही है. हालांकि निगम प्रशासन की तरफ से पानी निकालने का प्रयास जारी है. निगम कर्मियों का दावा है कि 3 घंटों के अंदर पानी को निकाल दिया जाएगा. इधर स्थानीय लोगों ने कहा, निगम का दावा था कि 90 प्रतिशत नालों की उड़ाही हो चुकी है, लेकिन स्थिति से ऐसा नहीं लगता कि 10 प्रतिशत पानी भी नालों में गया होगा.
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लोगों के घरों में घुसा पानी
यास तूफान की वजह से राजधानी पटना में कल से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. जलजमाव की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार हो रही बारिश की वजह से पटना नगर निगम द्वारा किये जा रहे दावे के पोल खुल गए हैं. बारिश की वजह से पटना के कंकड़बाग इलाका, चिरैयाटांड़ पुल, राजेंद्र नगर और कदमकुंआ इलाका सहित विभिन्न इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई है. सड़क पर नाले का पानी भरता नजर आ रहा है. कई इलाकों में घरों में भी पानी घुस गया है. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
तीन घंटों में पानी निकाल देने का दावा
चिरैयाटांड़ पुल के नीचे नालों का पानी सड़क पर आ गया है. पैदल चलने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करते हुए देखा जा रहा है. चाहे टू व्हीलर हो या फोर व्हीलर, सभी को परेशानी हो रही है. खासकर जो लोग पैदल जा रहे हैं, उन्हें अधिक परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि निगम प्रशासन की तरफ से इस इलाके में अभी नालों की सफाई नहीं हुई है. जिसकी वजह से जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. हालांकि इन इलाके में हुए जलजमाव को लेकर निगम प्रशासन के अधिकारी लगातार दौरा भी कर रहे हैं. पानी निकालने की कोशिश में भी लगे हुए हैं. निगम प्रशासन का दावा है कि दो से 3 घंटों के अंदर सभी पानी को निकाल दिया जाएगा.
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एक दिन की बारिश से जलजमाव
एक दिन की बारिश से राजेंद्र नगर रोड नंबर 1 हो या रोड नंबर 2, हर जगह जलजमाव की स्थिति देखी जा रही है. बता दें कि यह पॉश इलाका है. इन इलाकों में खासकर डॉक्टरों के आवास के साथ कई नेताओं के घर भी हैं. साथ ही मगध अस्पताल भी है. इस इलाके में जलजमाव हो जाने की वजह से लोगों की काफी परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि यह स्थिति हर साल बनी रहती है. 2019 में तो इस इलाके में नाव तक चला था. कई दिनों तक लोगों को अपने घरों में ही रहना पड़ा.
जलजमाव में लोग खाने नहीं पहुंचे
राजेंद्र नगर में 1 दिन की बारिश से लोगों के घर में भी जलजमाव देखने को मिल रहा है. कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन में गरीब परेशान ना हो, इसके लिए कम्युनिटी किचन के माध्यम से लोगों को भोजन कराया जा रहा है. रोड नंबर 2 में भी जिला प्रशासन और नगर निगम की तरफ से कम्युनिटी किचन बनाया गया है. जहां पर जलजमाव की स्थिति बन गई है. भोजन बनकर तैयार है लेकिन जलजमाव की वजह से लोग खाने नहीं आए.
रुक-रुक कर हो रही है बारिश
हालांकि शहर में जिन-जिन इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी है. उन इलाकों में जल निकासी को लेकर निगम प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. लगातार निगम कर्मी पानी निकालने में लगे हुए हैं. निगम कर्मियों का कहना है कि यदि बारिश नहीं हुई, तो दो से 3 घंटों के अंदर पानी निकाल दिया जाएगा. अब देखने वाली बात होगी कि रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से हुए जलजमाव से निजात दिलाने के लिए निगम प्रशासन और कितना अलर्ट मोड में रहता है.
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