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बिहार की राजधानी का गंदे पानी से हुआ बुरा हाल, प्रशासन सुध लेने को नहीं तैयार - पटना में मानसून

पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) भले ही लाख दावे करे कि 2 से 3 घंटों में शहर को जलजमाव से मुक्त कर देंगे लेकिन कई इलाकों में यह हवा-हवाई ही साबित हो रहा है. जिले के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या से लोग परेशान हैं. देखें रिपोर्ट...

जलजमाव
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Published : Jul 9, 2021, 7:58 AM IST

पटना: बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) अभी भी सक्रिय है. राजधानी पटना (Patna) में भी भारी बारिश (Heavy Rain) की वजह से शहर के कई हिस्सों में भारी जलजमाव की स्थिति हो गई है. जलजमाव होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों को चिंता सता रही है कि कहीं दूषित पानी से गंभीर बीमारियों से जूझना न पड़ जाए.

इसे भी पढ़ें: पटना: राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के बाहर जलजमाव, लोगों की बढ़ी मुश्किलें

राजधानी में पिछले दिनों हुई तेज बारिश के बाद लगभग सभी इलाकों में जलजमाव की स्थिति हो गई है. जिसके बाद निगम प्रशासन की सक्रियता से अधिकतर इलाकों के जल निकासी हो गयी है. लेकिन अभी भी कुछ निचले इलाके हैं, जहां जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. लंबे समय से बारिश का पानी इकट्ठा होने से अब उसमें से बदबू आने लगी है.

ईटीवी भारत की टीम परिस्थिति का जायजा लेने सबसे पहले गर्दनीबाग रोड नंबर-1 पहुंची. वहां देखा गया कि अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. रोड पर बरसात का पानी और नाले का पानी बह रहा है. इलाके में बड़ा नाला न होने की वजह से अभी भी जलजमाव है. लंबे समय तक पानी इकट्ठा रहने की वजह से बदबू आनी लगी है. रोड नंबर-1 - रोड नंबर-6 तक के इलाकों में पानी लगा हुआ है. इस गंदे पानी से ही होकर ही लोगों को आना-जाना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें: Reality Check: जानिए 3 घंटे में पटना शहर से पानी निकाल देने की सच्चाई

'गर्दनीबाग अस्पताल के बगल में ही पानी लगा हुआ है. जिसकी वजह से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नमामि गंगे परियोजना के तहत इस सड़क की खुदाई भी की गई थी. लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं करायी गयी. गंदे पानी की वजह से इलाके में मच्छर का भी प्रकोप बढ़ गया है.' -संजय कुमार, स्थानीय

स्थानीय लोगों को अब बीमारी की चिंता भी सताने लगी है. निगम प्रशासन के माध्यम से इलाके में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं कराया जा रहा है. जिससे डेंगू और मलेरियों जैसी गंभीर बीमारियों को खुलेआम दावत दिया जा रहा है. इस इलाके रहने वाले राहुल कुमार बताते हैं कि निगम प्रशासन के माध्यम से एक बार भी पानी निकालने की कोशिश तक नहीं की गई है. जिससे बीमारियों का भय सता रहा है.

'पानी हमेशा इसी तरह से लगा रहता है. शुरुआती दिनों में निगम के कर्मी पानी निकालने के लिए आए थे. लेकिन बगैर काम किये वापस चले गए. इस गंदे पानी से हमें होकर हमे आना-जाना पड़ता है. पानी की वजह से बीमारियों का भी खतरा बना रहता है. मच्छर का प्रकोप भी बढ़ गया है.' -द्वारी प्रसाद यादव, स्थानीय

बता दें कि कौटिल्य नगर में पूर्व विधायक का आवास भी है. इस इलाके में भी नाले का पानी सड़क पर पसरा हुआ है. इसके अलावा लालजी टोला में भी जलजमाव की स्थिति बनी है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में भी जलजमाव है. लंबे समय से पानी इकट्ठा होने की वजह से पानी से बदबू आने लगी है.

पटना: बिहार में मानसून (Monsoon in Bihar) अभी भी सक्रिय है. राजधानी पटना (Patna) में भी भारी बारिश (Heavy Rain) की वजह से शहर के कई हिस्सों में भारी जलजमाव की स्थिति हो गई है. जलजमाव होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों को चिंता सता रही है कि कहीं दूषित पानी से गंभीर बीमारियों से जूझना न पड़ जाए.

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राजधानी में पिछले दिनों हुई तेज बारिश के बाद लगभग सभी इलाकों में जलजमाव की स्थिति हो गई है. जिसके बाद निगम प्रशासन की सक्रियता से अधिकतर इलाकों के जल निकासी हो गयी है. लेकिन अभी भी कुछ निचले इलाके हैं, जहां जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. लंबे समय से बारिश का पानी इकट्ठा होने से अब उसमें से बदबू आने लगी है.

ईटीवी भारत की टीम परिस्थिति का जायजा लेने सबसे पहले गर्दनीबाग रोड नंबर-1 पहुंची. वहां देखा गया कि अभी भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. रोड पर बरसात का पानी और नाले का पानी बह रहा है. इलाके में बड़ा नाला न होने की वजह से अभी भी जलजमाव है. लंबे समय तक पानी इकट्ठा रहने की वजह से बदबू आनी लगी है. रोड नंबर-1 - रोड नंबर-6 तक के इलाकों में पानी लगा हुआ है. इस गंदे पानी से ही होकर ही लोगों को आना-जाना पड़ रहा है.

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'गर्दनीबाग अस्पताल के बगल में ही पानी लगा हुआ है. जिसकी वजह से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नमामि गंगे परियोजना के तहत इस सड़क की खुदाई भी की गई थी. लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं करायी गयी. गंदे पानी की वजह से इलाके में मच्छर का भी प्रकोप बढ़ गया है.' -संजय कुमार, स्थानीय

स्थानीय लोगों को अब बीमारी की चिंता भी सताने लगी है. निगम प्रशासन के माध्यम से इलाके में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं कराया जा रहा है. जिससे डेंगू और मलेरियों जैसी गंभीर बीमारियों को खुलेआम दावत दिया जा रहा है. इस इलाके रहने वाले राहुल कुमार बताते हैं कि निगम प्रशासन के माध्यम से एक बार भी पानी निकालने की कोशिश तक नहीं की गई है. जिससे बीमारियों का भय सता रहा है.

'पानी हमेशा इसी तरह से लगा रहता है. शुरुआती दिनों में निगम के कर्मी पानी निकालने के लिए आए थे. लेकिन बगैर काम किये वापस चले गए. इस गंदे पानी से हमें होकर हमे आना-जाना पड़ता है. पानी की वजह से बीमारियों का भी खतरा बना रहता है. मच्छर का प्रकोप भी बढ़ गया है.' -द्वारी प्रसाद यादव, स्थानीय

बता दें कि कौटिल्य नगर में पूर्व विधायक का आवास भी है. इस इलाके में भी नाले का पानी सड़क पर पसरा हुआ है. इसके अलावा लालजी टोला में भी जलजमाव की स्थिति बनी है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में भी जलजमाव है. लंबे समय से पानी इकट्ठा होने की वजह से पानी से बदबू आने लगी है.

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