पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा नदी, महानंदा और कोसी नदी का जलस्तर (Water Level Of Various River) कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 44 सेंटीमीटर ऊपर है.
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बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रोसड़ा में 66 सेंटीमीटर ऊपर है. इस के जलस्तर में 60 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. खगड़िया जिमें में कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 124 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है.
दरभंगा के एकमीघाट में अधवरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर है. मधुबनी जिले में कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान से 81 सेंटीमीटर ऊपर है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 30 सेंटीमीटर की कमी होने की संभावना है.
मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जल स्तर बेनीबाद में 56 सेंटीमीटर ऊपर है. दरभंगा के हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर 38 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है.
दरभंगा में कमतौल अधवारा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 07 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 20 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है. परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 02 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की संभावना है.
गंगा नदी का जलस्तर अभी सभी स्थानों पर खतरे के निशान से नीचे है. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट 48.04 मीटर, गांधी घाट 47.41 मीटर और हाथीदह 40.49 मीटर है.
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