नई दिल्ली: रूस पर भारत को "रासायनिक हथियार" उपलब्ध कराने का आरोप लगाते हुए सोमवार को सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने 30 दिसंबर को लंदन, ओटावा और वाशिंगटन डीसी में रूसी और भारतीय दूतावासों पर कब्जा करने और राजनयिकों को निशाना बनाने की धमकी दी.
एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक संदेश में कहा, "शंभू सीमा पर सिख किसानों को निशाना बनाने के लिए रूसी रासायनिक आंसू गैस ग्रेनेड का इस्तेमाल करने के लिए मोदी सरकार का अंतरराष्ट्रीयकरण करने और उसे बेनकाब करने के लिए, हम 30 दिसंबर को लंदन, ओटावा और वाशिंगटन डीसी में रूसी और भारतीय दूतावासों पर कब्जा कर लेंगे."
पन्नू ने कहा, "पुतिन ने पंजाब के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है और खालिस्तान समर्थक सिख, सिख किसानों के खिलाफ अपराधों के लिए रूसी राजनयिकों को वैश्विक स्तर पर जवाबदेह ठहराएंगे." पन्नू के अनुसार, एसएफजे समर्थक भारतीय राजदूत क्वात्रा, रूसी राजदूत स्टेपानोव और राजदूत के. आंद्रेई पर हमला करेंगे.
हाल ही में एसएफजे ने गृह मंत्री अमित शाह पर शंभू सीमा पर धरने पर बैठे किसानों पर “रासायनिक हथियारों” का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया था. शंभू सीमा पर नए किसान आंदोलन के दौरान, सुरक्षा बलों ने आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का प्रयोग किया. पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर के अनुसार, पुलिस बलों की कार्रवाई के दौरान लगभग 17-18 किसान घायल हुए हैं. सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो संदेश में पन्नू ने पंजाब के किसानों से आंसू गैस के गोले के प्रयोग के खिलाफ 30 दिसंबर को विरोध दिवस मनाने की अपील की.
पन्नू ने दावा किया, "शंभू सीमा पर पिछले एक साल में पंजाब के कई सिख किसानों पर अर्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस द्वारा रासायनिक ग्रेनेड-आंसू गैस से हमला किया गया, जिसमें सैकड़ों ने अपनी आंखों की रोशनी चली गई." अमित शाह को “रसायन मंत्री” करार देते हुए पन्नू ने कहा, “हरियाणा पुलिस द्वारा सिख किसानों पर प्रयोग किए गए रासायनिक ग्रेनेड (आंसू गैस) में वही दाग है जो यूक्रेन में इस्तेमाल किए गए रूसी रासायनिक हथियारों में है.” इस बीच, पीलीभीत में पुलिस द्वारा तीन खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों को मार गिराए जाने के कुछ घंटों बाद एसएफजे ने उत्तर प्रदेश में “महाकुंभ 2025” को निशाना बनाने की धमकी दी.
सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो संदेश में पन्नू ने इसे फर्जी मुठभेड़ करार देते हुए कहा कि गुरदासपुर के तीन सिख युवकों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीलीभीत में फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया. पन्नू ने कहा, "एसएफजे 'महाकुंभ 2025' को निशाना बनाकर फर्जी मुठभेड़ का बदला लेगा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जवाबदेह ठहराया जाएगा." बता दें कि उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान में पीलीभीत में मुठभेड़ में तीन खालिस्तान समर्थक आतंकवादी मारे गए. अधिकारियों ने घटनास्थल से दो एके सीरीज की असॉल्ट राइफलें और दो ग्लॉक पिस्तौलें बरामद कीं.
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