पटना: अयोध्या में रमलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है. धूमधाम से इसकी तैयारी चल रही है. इस कार्यक्रम को लेकर बिहार में सियासी बयानबाजी हो रही है. बीजेपी के ने राजद के एक बयान पर ऐतराज जताते हुए कहा कि लालू और उनके परिवार के लोग तुष्टिकरण नीति को लेकर बेवजह बयान दे रहे हैं. भाजपा के बयान पर राजद ने पलटवार किया है. कहा कि हम लोग गंगा जमुनी तहजीब को मानने वाले हैं.
"यह तुष्टिकरण की राजनीति अब चलने वाली नहीं है. जनता देख रही है कि किस तरह से राजद के लोग कभी प्रभु श्री राम को लेकर कभी भगवान हनुमान जी को लेकर कुछ से कुछ अनर्गल बयान बाजी करके लाखों लोगों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने राम मंदिर को लेकर जिस तरह का बयान दिया है वह कहीं से उचित नहीं है."- कुंतल कृष्णन, बीजेपी प्रवक्ता
विकास के लिए दिया था वोटः भाजपा प्रवक्ता के बयान पर राजद ने पलटवार किया है. राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि हम लोग गंगा जमुनी तहजीब को मानने वाले लोग हैं. हमारी पार्टी हमेशा गंगा जमुनी तहजीब की ही बात करती है. कहीं से कोई तुष्टिकरण की राजनीति पर हम लोग विश्वास नहीं करते हैं. लेकिन भाजपा के लोग जब संवैधानिक पद पर बैठकर धार्मिक कार्यों को कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं लोगों में असंतोष है. असंतोष की भावना के कारण ही लोग तरह के बात कर रहे हैं. जनता ने उन्हें देश के विकास करने के लिए वोट दिया था. लेकिन वह अपने काम को भूल गए हैं.
भाजपा धर्म के नाम पर राजनीति कर रहीः एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है. लोगों को आपस में लड़ाने का काम करती है. लेकिन राष्ट्रीय जनता दल इस तरह की राजनीति कभी नहीं करती है. हम लोग अपने काम पर विश्वास करते हैं. धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को जनता देख रही है. जनता उन्हें उचित जवाब देने का भी काम करेगी.
क्या कहा था तेजस्वी नेः उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार 3 जनवरी को मधुबनी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अयोध्या में हजारों लाखों करोड़ रुपये खर्च कर भगवान राम की मंदिर बनाई जा रही है. राम मंदिर, मोदी जी की जरूरत है. राम चाहते तो अपना मंदिर नहीं बनवा लेते? मोदी को राम जी से भी बड़ा बताया जा रहा है. ये सब बेकार की बात है. मन में और दिल में श्रद्धा होनी चाहिए. नीयत साफ होनी चाहिए.
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