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पटना के मसौढ़ी में ग्रामीणों का प्रदर्शन, शिक्षक पर MDM का चावल बेचने का आरोप - etv bharat news

मसौढ़ी के दरियापुर पूर्वी मध्य विद्यालय में चावल बेचने के आरोप में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया है. वहीं शिक्षक की कमी रहने से पठन-पाठन भी बाधित हो रहा है. पढ़ें पूरी खबर..

मसौढ़ी
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Published : Sep 24, 2022, 10:11 AM IST

मसौढ़ी: राजधानी पटना के मध्य विद्यालय में चावल बेचने के आरोप में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा (Villagers protest in Middle School of Masaurhi) किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में शिक्षक नहीं रहने से पठन-पाठन भी बाधित हो रही है. इस मामले में लोगों ने घंटो विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों की मांग है कि जल्द ही स्कूल में शिक्षक बहाल की जाए नहीं तो स्कूल में ताला बंद कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- निकाय चुनाव 2022 में क्या चाहते हैं मसौढ़ी के मतदाता, 'चाय पर चर्चा' में उठे मुद्दे



चावल बेचने जा रहे शिक्षक को ग्रामीणों ने पकड़ा: दरअसल मसौढ़ी के मिडिल स्कूल दरियापुर पूर्वी में आज ग्रामीणों का उस वक्त जमकर हंगामा हुआ जब मध्यान भोजन का चावल बेचने जा रहे हैं एक शिक्षक को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पकड़ कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके अलावा ग्रामीणों ने बताया कि मिडिल स्कूल में सैकड़ों बच्चे हैं जो महज 2 शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. ऐसे में हर रूम में तीन कक्षा के छात्र छात्रा बैठ कर पढ़ रहे हैं. मध्यान भोजन शिक्षक बेच दे रहे हैं, जिसको लेकर घंटों विरोध प्रदर्शन होता रहा जिससे बहुत तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बच्चों के भविष्य अंधकार में है.

ग्रामीणों ने 15 दिनों का दिया अल्टीमेटम : वहीं ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से शिक्षक की कमी को दूर करने के बाद कही है. ग्रामीणों ने 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि जल्द ही इस स्कूल पर अगर प्रशासनिक पहल नहीं हुई स्कूल में पूरे ग्रामीण ताला बंद कर देंगे. ग्रामीणों ने कहा जब पढाई नहीं हो रही है तो उससे बढ़िया है कि वह स्कूल बंद रहे, बच्चों को पानी पीने का साधन नहीं है. शौचालय जाने के लिए साधन नहीं है. वहीं पर अपने घर से थाली लेकर खाना खाने के लिए आते हैं तो ऐसे स्कूल रहने का कोई फायदा नहीं होता है.

"पढ़ाई नहीं हो रही है तो उससे बढ़िया है कि वह स्कूल बंद रहे, बच्चों को पानी पीने का साधन नहीं है. शौचालय जाने के लिए साधन नहीं है. वहीं पर अपने घर से थाली लेकर खाना खाने के लिए आते हैं तो ऐसे स्कूल रहने का कोई फायदा नहीं होता है " - ग्रामीण


"आपके माध्यम से दरियापुर पूर्वी मिडिल स्कूल का मामला संज्ञान में आया है, मामले की जांच हो रही है जो भी आरोपी शिक्षक होंगे जल्द कार्रवाई होगी ,वहीं नए सिरे से शिक्षक की बहाली हुई है कोशिश होगी कि उस स्कूल में 2 शिक्षक नियुक्ति किया जाएगा" - नवल किशोर सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, मसौढ़ी

ये भी पढ़ें- बेतिया: शिक्षा व्यवस्था को लेकर ABVP ने किया प्रदर्शन, BSEB चेयरमैन को बर्खास्त करने की मांग

मसौढ़ी: राजधानी पटना के मध्य विद्यालय में चावल बेचने के आरोप में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा (Villagers protest in Middle School of Masaurhi) किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में शिक्षक नहीं रहने से पठन-पाठन भी बाधित हो रही है. इस मामले में लोगों ने घंटो विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों की मांग है कि जल्द ही स्कूल में शिक्षक बहाल की जाए नहीं तो स्कूल में ताला बंद कर दिया जाएगा.

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चावल बेचने जा रहे शिक्षक को ग्रामीणों ने पकड़ा: दरअसल मसौढ़ी के मिडिल स्कूल दरियापुर पूर्वी में आज ग्रामीणों का उस वक्त जमकर हंगामा हुआ जब मध्यान भोजन का चावल बेचने जा रहे हैं एक शिक्षक को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और पकड़ कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके अलावा ग्रामीणों ने बताया कि मिडिल स्कूल में सैकड़ों बच्चे हैं जो महज 2 शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं. ऐसे में हर रूम में तीन कक्षा के छात्र छात्रा बैठ कर पढ़ रहे हैं. मध्यान भोजन शिक्षक बेच दे रहे हैं, जिसको लेकर घंटों विरोध प्रदर्शन होता रहा जिससे बहुत तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बच्चों के भविष्य अंधकार में है.

ग्रामीणों ने 15 दिनों का दिया अल्टीमेटम : वहीं ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से शिक्षक की कमी को दूर करने के बाद कही है. ग्रामीणों ने 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि जल्द ही इस स्कूल पर अगर प्रशासनिक पहल नहीं हुई स्कूल में पूरे ग्रामीण ताला बंद कर देंगे. ग्रामीणों ने कहा जब पढाई नहीं हो रही है तो उससे बढ़िया है कि वह स्कूल बंद रहे, बच्चों को पानी पीने का साधन नहीं है. शौचालय जाने के लिए साधन नहीं है. वहीं पर अपने घर से थाली लेकर खाना खाने के लिए आते हैं तो ऐसे स्कूल रहने का कोई फायदा नहीं होता है.

"पढ़ाई नहीं हो रही है तो उससे बढ़िया है कि वह स्कूल बंद रहे, बच्चों को पानी पीने का साधन नहीं है. शौचालय जाने के लिए साधन नहीं है. वहीं पर अपने घर से थाली लेकर खाना खाने के लिए आते हैं तो ऐसे स्कूल रहने का कोई फायदा नहीं होता है " - ग्रामीण


"आपके माध्यम से दरियापुर पूर्वी मिडिल स्कूल का मामला संज्ञान में आया है, मामले की जांच हो रही है जो भी आरोपी शिक्षक होंगे जल्द कार्रवाई होगी ,वहीं नए सिरे से शिक्षक की बहाली हुई है कोशिश होगी कि उस स्कूल में 2 शिक्षक नियुक्ति किया जाएगा" - नवल किशोर सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, मसौढ़ी

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