पटना: बीजेपी प्रदेश कार्यालय में जन संवाद कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा पहुंचे. इस दौरान विजय सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रीय धरोहर को खत्म करने की साजिश हो रही है. राष्टीय स्मारक को क्षति पहुंचाया जा रहा है. आयोग गठन कर इसकी जांच हो, एक घोटाले की आहट है. विजय सिन्हा ने कहा कि 106 वर्ष पुराने पटना म्यूजियम को खत्म किया जा रहा है. वहीं शिक्षकों के नाम पर बहाली के नाम पर नियुक्ति घोटाला कर रहे हैं, भ्रष्टाचार के नाम पर बिहार में कई विभाग के अंदर घोटाले हो रहे हैं, लोकायुक्त का पद खाली क्यों है, इसका सरकार को जवाब देना चाहिए.
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विपक्षी दलों की बैठक के विरोध में बीजेपी का आंदोलन: नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को खत्म नहीं करना चाहती है. भ्रष्टाचार के नाम पर पूरे बिहार को अराजक किया गया है. विजय सिन्हा ने कहा 12 जून को ही आपातकाल लगा था, इंदिरा गांधी की सदस्यता चली गई थी. 12 जून को लोकनायक ने भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाने का आह्वान किया था. 12 को भ्रष्टाचारियों की बैठक का हमलोग विरोध करेंगे. आंदोलन किया जाएगा.
"बिहार, लोकनायक जयप्रकाश की धरती है. देश मे उनके द्वारा बदलाव किया गया था. लोकनायक के शिष्य लालू और नीतीश कुमार ने बिहार को जाति मुक्त राज्य बनाने की शपथ ली थी. क्या हुआ कांग्रेस की गोद मे जाकर बैठ गए. बीजेपी लोकनायक के सपने को पूरा करेगा. बड़े भाई और छोटे भाई से मुक्ति का आंदोलन चलेगा. जेपी पेंशन लेने वाले जदयू और राजद के नेता पेंशन छोड़े. ऐसे लोगो को पेंशन लेने का अधिकार नहीं है. विपक्ष के बैठक के विरोध में 11 और 12 जून को राज्य भर में बीजेपी आंदोलन करेगी. लोकनायक की धरती को अपवित्र नहीं करने देंगे."- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष , बिहार विधानसभा
11 और 12 जून को बीजेपी भरेगी हुंकार: विजय सिन्हा ने आगे कहा कि बिहार में नीतीश कुमार अघोषित आपातकाल लगाए हुए हैं. सत्ता के अंदर जो जमींदारी चला लिए अब नही चलेगा. साथ ही जब विजय सिन्हा से पूछा गया कि नीतीश कुमार ने विपक्ष के कई नेताओ से बीते दिनों मुलाकात की है. उस मुलाकात के कारण कई राज्यों में बीजेपी को परेशानी हो सकती है, इसपर उन्होंने कहा कि चाणक्य ने साफ शब्दों में कहा था, जब विपक्ष में हाहाकार हो तो समझ जाना चाहिए कि नेतृत्व ईमानदार और चरित्रवान है. पूरे देश के विपक्षी डरे सहमे हैं और भ्रष्टाचार के आगोश में पूरी तरह से फंसे हुए हैं.
11 जून को विपक्षी दलों की पटना में बैठक: 12 जून को बीजेपी विरोधी दलों का जमावड़ा पटना में लगेगा. विपक्षी दलों की इस बैठक से बीजेपी में खलबली मची है. नीतीश कुमार अबतक विपक्षी एकजुटता के लिए कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन आदि से मिल चुके हैं. ममता बनर्जी ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक किए जाने की इच्छा जताई थी. उसके बाद से सीएम नीतीश इस काम में लगे थे और आखिरकार सीएम नीतीश का प्रयास रंग लाया. अब देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी दलों की बैठक से कैसे बीजेपी के विजय रथ को रोका जाएगा.