पटना: प्रदेश में कोरोना महामारी पर सुहागिन महिलाओं की आस्था भारी पड़ी. सुबह से ही शहर के कोने-कोने में बरगद के पेड़ के नीचे पूजा करने के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही. इस दौरान महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करती नजर आयी. वट सावित्री पूजा के दिन सभी सुहागन सोलह श्रृंगार करके बरगद के पेड़ को पूजती है और पेड़ में सूत लपेटते हुए फेरे लगाती हैं. व्रती का कहना है कि आज के दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा करते हैं और उनसे पति के लंबी उम्र के लिए कामना करते हैं.
वहीं, जिले के प्रसाद बिगहा की बसंती देवी पिछले 40 सालों से नवादा समाहरणालय के पास सिर्फ एक दिन यानी वट सावित्री के दिन सुहागिनों के लिए पंखे बेचती हैं. हालांकि, इस बार लॉकडाउन का असर पंखे की बिक्री पर भी पड़ा है. उन्होंने कहा कि पहले 400 से 500 रुपये कमा लेती थी. लेकिन लॉकडाउन के कारण पंखे की बिक्री में कमी आई है.
धूमधाम से मनाई गई वट सावित्री की पूजा
बांका में शुक्रवार को वट सावित्री की पूजा धूमधाम से प्रखंड मुख्यालय सहित सभी प्रखंड के सभी गांव में मनाई गई. मान्यता है कि सत्यवान के लिए सावित्री ने यह पूजा प्रारंभ की थी. लॉकडाउन के कारण कई जगहों पर पूजा की व्यवस्था अलग-अलग ढंग से की गई थी. कुछ जगहों पर महिलाएं मुंह पर मास्क लगाकर जबकि कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घंटों इंतजार के बाद महिलाओं ने अपनी पूजा संपन्न की. इसके लिए गुरुवार से ही बाजार में फलों और पूजन सामग्री की बिक्री काफी जोरों पर थी.
लॉकडाउन का उल्लंघन करती नजर आयी महिलाएं
पटना में भी पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत का पूजा कर रही हैं. राजधानी पटना से सटे बिहटा और आसपास क्षेत्र में सुहागीन महिलाएं सुबह से ही वट वृक्ष में कच्चा सुता बांधकर अपने पति की लंबी उम्र के लिए पेड़ की परिक्रमा कर पूजा कर रही हैं. साथ ही पुजारी सभी महिलाओं को इस पर्व के महत्व को कहानी के जरिए सुना बता हैं. लेकिन पूजा के समय महिलाएं इन सरकार के नियमों को दरकिनार करती नजर आयी. महिलाओं न तो मास्क लगाया था और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रही थी. यहां तक की पुजारी भी भीड़ इकट्ठा करके सोशल डिस्टेंस कि नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे.
सुबह से लगी थी पूजा की तैयारियों में महिलाएं
मधुबनी में सुहागिन महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए बडे धूमधाम से वट सावित्री व्रत पूजा की. महिलाएं इसकी तैयारी काफी दिनों से करती हैं. सुबह से ही मंदिरों में महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है. ऐसी मान्यता है कि सत्यवान राजा की पत्नी सावित्री ने सत्यवान की लंबी आयु के लिए वट वृक्ष के नीचे 7 दिनों तक यह व्रत किया था. यमराज से अपनी पति की आयु की प्रार्थना की थी. उसी समय से यह व्रत प्रचलित है.
गंगा के विभिन्न घाटों पर महिलाओं की भीड़
वहीं, पटना के बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न मंदिरों और गंगा घाटों पर शुक्रवार के के दिन 'वर पूजा' की धूम देखी गई. अहले सुबह से ही गंगा के विभिन्न घाटों पर महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी. कुछ महिलाएं अपने घर में ही स्नान कर पूजा के लिए मंदिर प्रांगण पहुंची. तो कुछ महिलाएं गंगा घाट पर ही स्नान कर पूजा करती दिखी. महिलाओं ने बताया कि इस पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन खासकर महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए पूजा- अर्चना करती हैं.