चेन्नई: चेन्नई मेट्रो रेल चरण II परियोजना में चालक रहित मेट्रो ट्रेनों के निर्माण का अनुबंध 3,657.53 करोड़ रुपये की लागत से दिया गया है. तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को तीन लाइनों पर इसे लागू करने की योजना बनाई है.
इसी के तहत 63,246 करोड़ रुपये की लागत से 118.9 किलोमीटर लंबी दूसरे चरण का काम 21 नवंबर, 2020 को शुरू हुआ और काम चल रहा है. इस चरण II मेट्रो रेल परियोजना के अनुसार माधवरम से सिरुसेरी तक रूट 3, लाइट हाउस-पूनमल्ली से रूट 4 और माधवरम से शोलिंगनल्लूर तक रूट 5 पर काम चल रहा है.
इस संदर्भ में चेन्नई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने फेज II परियोजना के तहत रूट 3 और 5 पर 3,657.53 करोड़ रुपये की लागत से 70 चालक रहित 3-कोच मेट्रो ट्रेनों के निर्माण के लिए बीईएमएल (BEML) को एक कॉन्ट्रैक्ट दिया है. इसके लिए स्वीकृति पत्र 28.11.2024 को बीईएमएल को दिया गया था.
इसके बाद आज चेन्नई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की ओर से निदेशक राजेश चतुर्वेदी (सिस्टम और संचालन) और बीईएमएल के निदेशक (रेल और मेट्रो) राजीव कुमार गुप्ता ने चेन्नई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक एम.ए. सिद्दीकी की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए.
अनुबंध में डिजाइन, विनिर्माण, आपूर्ति, परीक्षण, कमीशनिंग, कार्मिकों का प्रशिक्षण, 15 वर्षों के लिए मेट्रो रेल और कार्यशाला मशीनरी का पूर्ण रखरखाव और चालक रहित मेट्रो ट्रेनों की आपूर्ति शामिल है. अनुबंध के तहत पहली मेट्रो ट्रेन 2026 में चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड को सौंपी जाएगी. इसके बाद कच्चे ट्रैक पर ट्रायल और ड्राइवरलेस ट्रेन संचालन होगा. इसके बाद मार्च 2027 से अप्रैल 2029 तक चरणों में सभी शेष मेट्रो ट्रेनें चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड को सौंप दी जाएगी.