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विशेष राज्य के दर्जे को लेकर कुछ बड़ा करने जा रहा है JDU, वशिष्ठ नारायण सिंह ने दिए संकेत

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग (Politics On Special Status To Bihar) पर वर्षों से सियासत जारी है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई भी कार्य नहीं किए गए हैं. सरकार में होने के बाद भी बिहार में बीजेपी-जेडीयू की राय अलग-अलग है. लंबे समय से इस मांग को उठा रही जेडीयू ने इस दिशा में कुछ बड़ा करने के संकेत दिए हैं.

Politics On Special Status To Bihar
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Published : Dec 30, 2021, 1:55 PM IST

पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर दशकों से सियासत जारी है. जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग बिहार की पुरानी मांग है. बिहार से लेकर दिल्ली तक अभियान चलाया जा चुका है. इस मांग को लंबे समय से उठा रहे जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह (Vashistha Narayan Singh on Special Status issue ) ने इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से खास बातचीत की है.

इसे भी पढ़ें- बिहार को विशेष दर्जा: JDU की जिद.. तो BJP भी स्टैंड पर कायम, क्या कहते हैं जानकार..

वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जदयू इसको लेकर जल्द ही आगे की रणनीति तैयार करेगी (JDU Strategy on Special Status To Bihar) क्योंकि बिहार विशेष राज्य के दर्जे की कसौटी पर खरा उतरता है. नीतीश कुमार के शासनकाल में प्रदेश में बड़े पैमाने पर विकास के कार्य हुए हैं, इसके बाद भी हम विकसित राज्यों की श्रेनी से काफी पीछे हैं. केन्द्र को इसपर विचार करना होगा.

विशेष राज्य के दर्जे पर जेडीयू की क्या है बड़ी रणनीति...

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में लंबे समय से आंदोलन चलता आ रहा है. बिहार से दिल्ली तक यह आंदोलन हुआ है. सवा करोड़ हस्ताक्षर केंद्र सरकार को सौंपा गया था. पटना से दिल्ली बस से लोग गए थे, जिसका नेतृत्व जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया था.

इसे भी पढ़ें- नीति आयोग की रिपोर्ट के बाद जदयू ने अलापा विशेष राज्य के दर्जा का राग, भाजपा ने दिखाया आईना

इस पर वशिष्ठ नारायण सिंह कहते हैं कि यह प्रस्ताव सदन में सर्वसम्मति से पास हुआ. लंबे समय से आंदोलन किया गया. देश में पिछड़े राज्यों को आगे लाने के लिए विषमता को दूर करने की जरूरत है. इसपर केन्द्र को विचार करना चाहिए. विशेष राज्य का दर्जा बिहार को मिले इसके कई कारण हैं. उन्होंने बताया कि बिहार नेपाल से अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है. प्रदेश का बड़ा इलाका हर साल बाढ़ से तबाह होता है.

केवल पहाड़ी क्षेत्र वाले राज्यों को ही यह दर्जा मिलने की जो कसौटी है अब उसमें बदलाव करने की जरुरत है. विशेष राज्य का दर्जा मिलने पर बिहार में उद्योग धंधे लगेंगे और बेरोजगारी से निजात मिल सकेगी. ईटीवी भारत संवाददाता ने जब उनसे सवाल पूछा कि क्या इसपर प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे तो उन्होंने कहा कि इसे लेकर जेडीयू आगे की रणनीति तैयार कर रहा है.

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पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर दशकों से सियासत जारी है. जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग बिहार की पुरानी मांग है. बिहार से लेकर दिल्ली तक अभियान चलाया जा चुका है. इस मांग को लंबे समय से उठा रहे जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह (Vashistha Narayan Singh on Special Status issue ) ने इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से खास बातचीत की है.

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वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जदयू इसको लेकर जल्द ही आगे की रणनीति तैयार करेगी (JDU Strategy on Special Status To Bihar) क्योंकि बिहार विशेष राज्य के दर्जे की कसौटी पर खरा उतरता है. नीतीश कुमार के शासनकाल में प्रदेश में बड़े पैमाने पर विकास के कार्य हुए हैं, इसके बाद भी हम विकसित राज्यों की श्रेनी से काफी पीछे हैं. केन्द्र को इसपर विचार करना होगा.

विशेष राज्य के दर्जे पर जेडीयू की क्या है बड़ी रणनीति...

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर नीतीश कुमार के नेतृत्व में लंबे समय से आंदोलन चलता आ रहा है. बिहार से दिल्ली तक यह आंदोलन हुआ है. सवा करोड़ हस्ताक्षर केंद्र सरकार को सौंपा गया था. पटना से दिल्ली बस से लोग गए थे, जिसका नेतृत्व जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया था.

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इस पर वशिष्ठ नारायण सिंह कहते हैं कि यह प्रस्ताव सदन में सर्वसम्मति से पास हुआ. लंबे समय से आंदोलन किया गया. देश में पिछड़े राज्यों को आगे लाने के लिए विषमता को दूर करने की जरूरत है. इसपर केन्द्र को विचार करना चाहिए. विशेष राज्य का दर्जा बिहार को मिले इसके कई कारण हैं. उन्होंने बताया कि बिहार नेपाल से अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है. प्रदेश का बड़ा इलाका हर साल बाढ़ से तबाह होता है.

केवल पहाड़ी क्षेत्र वाले राज्यों को ही यह दर्जा मिलने की जो कसौटी है अब उसमें बदलाव करने की जरुरत है. विशेष राज्य का दर्जा मिलने पर बिहार में उद्योग धंधे लगेंगे और बेरोजगारी से निजात मिल सकेगी. ईटीवी भारत संवाददाता ने जब उनसे सवाल पूछा कि क्या इसपर प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे तो उन्होंने कहा कि इसे लेकर जेडीयू आगे की रणनीति तैयार कर रहा है.

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