पटना: शहर को स्मार्ट और खूबसूरत बनाने के लिए नगर विकास और आवास विभाग ने विभिन्न परियोजनाओं को स्वीकृति देते हुए राशि जारी कर दिया है. ताकि काम को समय पर पूरा किया जा सके.
सभी योजनाओं को स्वीकृति
नगर विकास और आवास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने इन सभी योजनाओं को स्वीकृति देने के बाद परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को जारी किया है. इन योजनाओं में ना केवल एरिया बेस्ड डेवलपमेंट की योजनाएं शामिल है. बल्कि इसमें कई आधारभूत विकास योजनाओं को लेकर भी काम करने का आदेश दिया गया है.
शहर में कैफेटेरिया का निर्माण
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग में जिन योजनाओं को स्वीकृति करते हुए राशि दी गयी है, उसके मुताबिक शहर में कैफेटेरिया का निर्माण कराने का फैसला भी लिया गया है. इसके अलावा शहर को और बेहतर बनाने के लिए एक हैप्पी स्ट्रीट होगा. जहां राजधानीवासी घूम सकें. साथ ही शहर की सड़कों पर फुट ओवर ब्रिज की कमी को देखते हुए उसके निर्माण को भी स्वीकृति दी गयी है.
मेक ओवर करने की पहल
शहर के सबसे पुराने सभागार एसके मेमोरियल हॉल की सूरत बदलने के लिए राशि जारी कर दी गई है . गांधी मैदान के चारों गेट को और खूबसूरत बनाने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही एबीडी एरिया के थानों का भी मेक ओवर करने की पहल की गई है.
जीवन की गुणवत्ता में सुधार
पटना स्मार्ट सिटी बनाने का मुख्य उद्देश्य शहर का आर्थिक विकास कराने और बेहतर स्थानीय क्षेत्र विकास और प्रौद्योगिकी का उपयोग कर विशेष तौर से प्रौद्योगिकी जो स्मार्ट बनने का मार्ग प्रशस्त करती है. इससे पटना शहर के लोगों को जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है. क्षेत्र आधारित विकास (Area Based Development) और पूर्ण शहर आधारित विकास Pan City Development) की योजनाएं ली जायेगी.
समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त
स्मार्ट समाधानों के प्रयोग से शहरी अवस्थापना और सेवा बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी की जानकारी और आंकड़ों का उपयोग किया जा रहा है. इससे यहां के नागरिक का चहुंमुखी विकास, जीवन की गुणवता सुधार, रोजगार और अवसर और रानी के लिए विशेष तौर से गरीबों और संचितों की आय में वृद्धि हो सकेगी. जिससे पटना शहर के समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.
10 करोड़ रुपये से मल्टीलेवल पार्किंग
नगर विकास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने कहा कि 10 करोड़ रुपये से मल्टीलेवल पार्किंग से सटे कैफेटेरिया का निर्माण होगा. मौर्य होटल और डीएम आवास के बीच 7 करोड़ से हैप्पी स्ट्रीट बनाया जायेगा. 4.98 करोड़ रुपये की लागत से फुट ओवर ब्रिज बनेगा. वहीं 2.50 करोड़ रुपये की लागत से एबीडी एरिया में स्थित थाने की सूरत संवरेगी.
एसके मेमोरियल परिसर का सौंदर्यीकरण
इसके साथ ही 4.63 करोड़ रुपये की लागत से स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरेगा. 4.97 करोड़ रुपये से एसके मेमोरियल परिसर का सौंदर्यीकरण होगा और 4.50 करोड़ रुपये की लागत से गांधी मैदान में चार भव्य प्रवेश द्वार भी बनेंगे. आनंद किशोर ने कहा है कि शहर में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने का काम लगातार किया जा रहा है. इसे आगे भी बेहतर बनाने का काम किया जाता रहेगा.
कई योजनाओं को ड्रॉप
आनंद किशोर ने कहा कि योजनाओं को समय पर पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है. इसकी मॉनिटरिंग विभाग की ओर से की जाएगी. पटना स्मार्ट सिटी की योजनाओं में पूर्व से चयनित कई योजनाओं को ड्रॉप भी किया गया है.
इसमें 10.44 करोड़ की जलापूर्ति योजना, 34 करोड़ की रिसाइकिल्ड वाटर सप्लाई, 22.50 करोड़ की रूफ टॉप फॉर्मिंग और 8 करोड़ की ई-रिक्शा योजना शामिल है. इसी से राशि की बचत करते हुए नयी योजनाओं को स्वीकृति दी गयी है. इसके अलावा सोलर रूफ टॉप प्रोजेक्ट से भी 33 करोड़ रुपये बचाये गये हैं.
इन योजना पर राशि की खर्च
- 10 करोड़ रुपये से कैफेटेरिया का होगा निर्माण.
- मौर्य होटल और डीएम आवास के बीच 7 करोड़ से बनेगा हैप्पी स्ट्रीट.
- 4.98 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा फुट ओवर ब्रिज.
- 2.50 करोड़ रुपये से एबीडी एरिया के थाने की सूरत संवरेगी.
- 4.63 करोड़ रुपये से स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरेगा.
- 4.97 करोड़ रुपये से एसके मेमोरियल परिसर का सौंदर्यीकरण होगा.
- 4.50 करोड़ रुपये की लागत से गांधी मैदान में चार प्रवेश द्वार बनेंगे.