पटनाः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द (Rahul Gandhi Lok Sabha membership canceled) होने के बाद सियासी माहौल गर्म है. एक ओर महागठबंधन के नेता इसका विरोध कर रहे हैं, दूसरी ओर BJP के नेता इसे सही बता रहे हैं. इसी अंतराल में भाजपा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. कहा कि राहुल गांधी को मौका दिया गया था. उन्हें कोर्ट ने माफी मांगने के लिए मोहलत दी थी लेकिन, वे अहंकार में माफी नहीं मांगे. अहंकार के कारण उनको सजा मिली है.
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"राहुल गांधी के अहंकार में यह सब हुआ है. कोर्ट ने उन्हें माफी मांगने के लिए मोहलत दी थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिसकी सजा मिली है. संसद में जो नियम बनाया था, उसी के अनुसार यह सजा मिली है. कोर्ट ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी है." -गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
कोर्ट ने उन्हें मोहलत दी थीः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह शुक्रवार को पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी को निशाने पर लिया. कहा कि राहुल गांदी को कोर्ट ने उन्हें मोहलत दी थी, माफी मांगने को कहा था. उन्होंने जो काम किया है. निश्चित तौर पर उसी का फल उन्हें मिला है. इससे पहले संसद में जिस कागज को उन्होंने फाड़ा था जो, उसके बाद यह नियम बनाया गया था, उसी के अनुसार सब हुआ है. उन्होंने इस बात को जोड़ दिया था कि जिन्हें 2 साल की सजा हो जाएगी, उनकी सदस्यता रद्द हो जाएगी.
पूरे गुजरात के समाज का अपमानः गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने गुजरात के लोगों को गाली दी है. यह सिर्फ एक आदमी का मामला नहीं है. पूरे गुजरात के समाज का अपमान है. कोर्ट ने जिस तरह से कहा था, उस तरह से उन्होंने काम नहीं किया. राहुल गांधी अहंकार में रह गए और अहंकार के कारण ही उन्हें इस तरह की सजा मिली है. अब इस मामले को लेकर हम क्या कहें. विपक्ष में बैठे हुए लोग तरह-तरह की बात कर रहे हैं. उनको अपनी बातों को कहने दीजिए, लेकिन हम कहेंगे कि अहंकार में ही यह सब हुआ है.
क्या है मामलाः राहुल गांधी ने एक भाषण में कहा था कि जितने भी चोर होते हैं, उनका सरनेम मोदी क्यों होता है. जिससे मोदी सरनेम वाले लोगों की मानहानि हुई, जिसमें इंडिविजुअल व्यक्ति की भी मानहानि हुई. इसी को लेकर कोर्ट ने राहुल गांधी से माफी मांगने के लिए कहा था, लेकिन राहुल ने माफी नहीं मांगे. कोर्ट ने इस मामले में दो साल की सजा सुनाई. इसके बाद उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है. इसके बाद से राजनीतिक गलियारे में बाजार गर्म है.