पटना: कोरोना की संभावित तीसरी लहर (Third Wave of Corona) और ओमीक्रोन वैरियंट के खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा गाइड लाइन जारी की जारी है. वहीं राजधानी पटना में कोरोना को लेकर की गयी तैयारियों का जायजा लेने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की 4 सदस्यीय टीम एनएमसीएच पहुंची (Union Health Ministry Team Reached NMCH) और मेडिकल कॉलेज का जायजा लिया. इस दौरान केंद्रीय टीम ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.
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बता दें कि केंद्रीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण किया. जिसमें दवा की उपलब्धता, आईसीयू, बेड, आरटीपीसीआर लैब, वैक्सीनेशन सेंटर, पैथोलॉजी विभाग, सभी वार्ड, अस्पताल परिसर का जायजा लिया और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जानकारी ली.
केंद्रीय टीम में शामिल एनसीडीसी एपिडेमियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. आरपी बहल, आईडीएसपी के नोडल ऑफिसर डॉ नीरज कुमार, एम्स के सहायक प्राध्यापक पल्मनोलॉजिस्ट डॉ सौरव कर्मकार और आरएमआरआई के वैज्ञानिक डॉ. हेमंत महाजन शामिल थे. उन्होंने अस्पताल प्रशासन को सौ मरीजों के लिए 15 दिनों की दवा का स्टॉक रखने का निर्देश दिया.
वहीं, एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि चार सदस्य टीम ने आईसीयू, बेड, ऑक्सीजन सप्लाई, पीपीई किट आदि की व्यवस्था का जायजा लिया. माइक्रोबायोलॉजी में प्रतिदिन सीतामढ़ी और वैशाली जिले के साथ ही अस्पताल के दो हजार से अधिक लोगों का आरटी-पीसीआर जांच की जा रही है. मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन तीन हजार नमूना जांच की क्षमता है. हालांकि अस्पताल में कोरोना संक्रमित एक मरीज का इलाज चल रहा है.
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