पटना (मसौढ़ी): जिले के मसौढ़ी प्रखंड के दौलतपुर पंचायत में स्थित स्वास्थ्य उपकेन्द्र करीब 15 साल से सरकारी उदासीनता का दंश झेल रहा है. यहां अस्पताल भवन तो बना, लेकिन मरीजों का इलाज शुरू न हो सका.
यह भी पढ़ें- कोरोना की फिर हो रही वापसी, एक क्लिक में जानिए बिहार सरकार ने क्या-क्या उठाए कदम
आसपास के गांव के लोगों को इलाज के लिए मजबूरी में 10 किलोमीटर दूरी तय कर मसौढ़ी प्रखंड मुख्यालय जाना पड़ता है. 31.01.1999 को मानव संसाधन विभाग के मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव ने इस स्वास्थ्य उपकेन्द्र का उद्घाटन किया था.
फाइलों में लटका है मामला
आईपीपी-6 योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए भवन बनाया गया. इसपर 3.6 लाख रुपए खर्च हुए थे. इसके बाद आज तक मरीजों को इस भवन में चिकित्सा सुविधा नहीं मिली. ग्रामीण मुख्यमंत्री से लेकर संबंधित विभागों से अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा शुरू करने की गुहार लगा रहे हैं.
दौलतपुर पंचायत में करीब 12 हजार की आबादी है. स्वास्थ्य उपकेंद्र में इलाज नहीं होने से लोग परेशान हैं. इस मामले में मसौढ़ी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामानुज सिंह ने कहा कि कुछ तकनीकी समस्या के कारण दौलतपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र का मामला फाइलों में लटका है.