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शिक्षा व्यवस्था का हाल, झोपड़ी में चलता है स्कूल

राजधानी में सरकार की नाक के नीचे चल रहा ये स्कूल शिक्षा पर करोड़ों खर्च के बावजूद सरकारी दावों को फेल कर रहा है.

झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर बच्चे
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Published : Apr 30, 2019, 5:53 AM IST

Updated : Apr 30, 2019, 11:13 AM IST

पटना: इंद्रपुरी इलाके का एक सरकारी प्राथमिक स्कूल सालों से मूलभूत सुविधाओं से दूर है. बदइंतजामी का आलम ये कि इतनी भीषण गर्मी में भी बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इस स्कूल में आज तक बिजली-पानी की सुविधा तक मुहैया नहीं करवाई गई है और तो और शौचालय भी नहीं है.

झोपड़ी में चल रहा स्कूल

स्कूल में 50 बच्चे, 3 टीचर
नीतीश सरकार की नाक के नीचे चल रहा ये स्कूल शिक्षा पर करोड़ों खर्च के बावजूद सरकारी दावों को फेल कर रहा है. 1999 से चल रहे इस सरकारी विद्यालय में 50 बच्चे हैं. जिन्हें 3 शिक्षक पढ़ाते हैं. शिक्षकों की मानें तो स्कूल की बदहाली को लेकर कई बार शिक्षा विभाग को उन्होंने पत्र लिखा, लेकिन कोई सुध लेने नहीं आया.

patna
झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर बच्चे

सरकारी स्कूल की हालत सुधारने का भरोसा
वहीं, मामला सामने आने के बाद शिक्षा उपनिदेशक ने झोपड़ी में चल रहे स्कूल के मामले में जल्द संज्ञान लेने की बात कही और सरकारी स्कूल की हालत सुधारने का भरोसा दिया. सवाल ये कि इस सरकारी स्कूल पर आज तक किसी भी बड़े प्रशासनिक अमले की नजर क्यों नहीं गई. शिक्षा का यही हाल रहा तो कैसे बढ़ेगा इंडिया और कैसे पढ़ेगा इंडिया.

पटना: इंद्रपुरी इलाके का एक सरकारी प्राथमिक स्कूल सालों से मूलभूत सुविधाओं से दूर है. बदइंतजामी का आलम ये कि इतनी भीषण गर्मी में भी बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं. इस स्कूल में आज तक बिजली-पानी की सुविधा तक मुहैया नहीं करवाई गई है और तो और शौचालय भी नहीं है.

झोपड़ी में चल रहा स्कूल

स्कूल में 50 बच्चे, 3 टीचर
नीतीश सरकार की नाक के नीचे चल रहा ये स्कूल शिक्षा पर करोड़ों खर्च के बावजूद सरकारी दावों को फेल कर रहा है. 1999 से चल रहे इस सरकारी विद्यालय में 50 बच्चे हैं. जिन्हें 3 शिक्षक पढ़ाते हैं. शिक्षकों की मानें तो स्कूल की बदहाली को लेकर कई बार शिक्षा विभाग को उन्होंने पत्र लिखा, लेकिन कोई सुध लेने नहीं आया.

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झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर बच्चे

सरकारी स्कूल की हालत सुधारने का भरोसा
वहीं, मामला सामने आने के बाद शिक्षा उपनिदेशक ने झोपड़ी में चल रहे स्कूल के मामले में जल्द संज्ञान लेने की बात कही और सरकारी स्कूल की हालत सुधारने का भरोसा दिया. सवाल ये कि इस सरकारी स्कूल पर आज तक किसी भी बड़े प्रशासनिक अमले की नजर क्यों नहीं गई. शिक्षा का यही हाल रहा तो कैसे बढ़ेगा इंडिया और कैसे पढ़ेगा इंडिया.

Intro:शिक्षा में सुधार के सरकार भले ही लाख दावे करती हो,मगर हकीकत को आईना दिखा रहा है यह राजधानी पटना के इंद्रपुरी में सरकारी विधयालय जो वर्षो से झोपडी में चल रहा है
पटना से शशि तुलस्यान कि खास रिपोर्ट :--


Body:राजधानी पटना के इंद्रपुरी स्थित प्राथमिक विद्यालय वर्षों से मूलभूत सुविधाओं से महरूम है जहां न बिजली पानी शौचालय की व्यवस्था है और नहीं बैठने के लिए कुर्सी टेबल की सुविधा नहीं है, बदइंतजामी का आलम यह है इतनी भीषण गर्मी में इस विद्यालय में बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं, बिजली पानी की सुविधा तक मुहैया नहीं कराई गई है, बताया जाता है कि यह विद्यालय सन 1999 से यूं ही संचालित हो रही है, सरकार के नाक के नीचे यह चल रहा विद्यालय शिक्षा में करोड खर्च के बावजूद उन तमाम दावों को धता बता रही है, जहां पर सरकार प्रत्येक साल बजट में शिक्षा पर जोर देने की बात कहती है, और उन तमाम दावों को आइना दिखा रहा है इंद्रपुरी प्राथमिक विद्यालय,
गौरतलब है कि इस सरकारी विद्यालय में 50 बच्चे नामांकित है जहां पर 3 शिक्षक हैं


Conclusion: प्रत्येक स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं, बावजूद राजधानी पटना के इंद्रपुरी प्राथमिक विद्यालय का हाल बदहाल है, जहां पर कई बुनियादी सुविधाओं का घोर बदइंतजाम है,जहाँ बिजली पानी यहां तक कि बैठने के लिए भी सुविधा नहीं है, ऐसे में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में बच्चे एवं शिक्षक किसी तरह पठन-पाठन करने को विवश हैं विद्यालय के शिक्षकों की मानें तो इस मामले को लेकर कई बार विभाग को पत्र लिखा है, बावजूद विभाग ने आज तक सुध ही नहीं ली है वही इस मामले में शिक्षा उपनिदेशक ने बताया कि झोपड़ी में चल रहा स्कूल के मामले में संज्ञान लेना जरूरी है बहुत जल्द इस पर कार्रवाई होगी और किसी दूसरे विद्यालय के साथ किया जा सकेगा बाहर हाल चिंता का विषय यह भी है कि तकरीबन 1999 से चल रहा यह विद्यालय आज तक किसी भी बड़े प्रशासनिक अमले को नजर नहीं आई और मीडिया के सवाल पर सुधि लेने के बाद कह रहे हैं अगर यही हाल रहेगा तो कैसे बढ़ेगा इंडिया और कैसे पढ़ेगा इंडिया



नोट:- यह खबर कृप्या पैकेज रूप बनाने कि कृपा करेंगे



बाईट--छात्रा,प्राथमिक विध्यालय इंद्रपुरी, पटना
बाईट-छात्रा,शुभम,
बाईट-अनुराधा, प्रभारी शिक्षक
बाईट- सहजानंद शिक्षा उपनिदेशक, शिभा विभाग
Last Updated : Apr 30, 2019, 11:13 AM IST
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