पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कोरोना संकट काल में उपजे श्रमिकों की समस्याओं पर नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. प्रमुख मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने सरकार से कई सवाल पूछने के साथ ही विपक्ष की ओर से कई सुझाव देते हुए इन्हें लागू करने की मांग की है.
तेजस्वी यादव शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अलग ही तेवर में दिखे. नीतीश सरकार को लेकर उनकी नाराजगी साफ झलक रही थी. तेजस्वी ने सरकार से पूछा कि अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों को रोजगार का आश्वासन देने के अलावा सरकार के पास क्या रोडमैप है. वह श्रमिकों को किस क्षेत्र में नौकरी देंगे. इसका पूरा ब्योरा सार्वजनिक करें.
'मजदूरों को किया जाए 10 हजार रुपये भुगतान'
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि बीजेपी और जदयू की सरकार ने 15 साल में कितने रोजगार दिए हैं. सत्ता पक्ष द्वारा कार्यकाल में लगाए गए कल-कारखानों का पूरा ब्यौरा भी उपलब्ध कराएं. तेजस्वी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बाहर से आने वाले मजदूरों को एकमुश्त 10 हजार रुपये नकद राशि का तुरंत भुगतान किया जाए.
'बेरोजगारी भत्ता की मांग'
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से प्रदेश में करीब 65 लाख बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता उपलब्ध कराए जाने की मांग की. उन्होंने सरकार से तुरंत विशेष सत्र बुलाकर फिजिकल एक्सपेंडिचर में संशोधन की भी मांग की. उन्होंने कहा कि गैरजरूरी खर्चों में कटौती कर इसे समय की जरूरत के हिसाब से स्वास्थ्य और रोजगार के कार्यों में लगाया जाए.
'श्रमिकों को दी जाए नौकरी'
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार लगातार अन्य प्रदेशों से आए श्रमिकों को बिहार में रुकने की अपील कर रहे हैं. साथ ही श्रमिकों को प्रदेश में रोजगार देने का वादा भी कर रहे हैं. नीतीश कुमार के इसी वादे पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि जिलावार रोजगार कैंप लगाकर सभी श्रमिकों को उनके स्किल के मुताबिक नौकरी दी जाए.