पटना: बिहार में चुनावी समय चल रहा है. विपक्ष सरकार पर हमलावर होता जा रहा है. पूर्व उपमुख्यमंत्री और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने पहले केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कृषि बिल दोनों सदन से पास होने के बाद प्रदेश के किसानों में डर और रोष व्याप्त हो गया है. इससे किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर होगी और वह पलायन करने पर मजबूर होंगे.
बिहार में चारो तरफ मचा हुआ है भ्रष्टाचार
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव यहीं चुप नहीं हुए उनके निशाने पर पीएम मोदी के बाद अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे. उन्होंने बिहार के अलग-अलग जिलों में पुल-पुलिया के गिरने और ध्वस्त होने पर हैरानी जताते कहा कि यहां चुनाव को लेकर सरकार अपना क्रेडिट लेने में आतुर दिख रही है. यही वजह है कि आधे-अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए होड़ मची हुई है. पुल-पुलिया बनाने में हजारों करोड़ राशि खर्च होती है. उद्घाटन के दिन और पूर्व में जिस तरह पुल-पुलिया गिर जा रहा है, टूट जा रहा है, इससे साफ पता चलता है कि बिहार में कितना भ्रष्टाचार मचा हुआ है.
सत्तारूढ़ दल कर रहा है आरोपों को खारिज
बहरहाल, चुनाव को लेकर विपक्ष सरकार पर गंभीर आरोप लगाने में जुटा है. वहीं सतारूढ़ दल की ओर से विपक्ष के द्वारा सरकार पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज भी किया जा रहा है. अब देखना काफी दिलचस्प होगा की चुनाव में किसको कितना फायदा मिलता है. यह तो प्रदेश की जनता ही तय करेगी और चुनाव परिणाम के बाद ही असली तस्वीर दिखाई देगी.