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रघुवंश प्रसाद सिंह की 76वीं जयंती आज, तेजस्वी ने 'मनरेगा मैन' को दी श्रद्धांजलि

तेजस्वी यादव ने दिवंगत आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि (Tejashwi Yadav pay tribute to Raghuvansh Prasad Singh) देते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य, समाजवादी नेता, मनरेगा मैन और पूर्व केंद्रीय मंत्री की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि.

रघुवंश प्रसाद सिंह की जयंती
रघुवंश प्रसाद सिंह की जयंती
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Published : Jun 6, 2022, 11:11 AM IST

पटना: आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और वैशाली के पूर्व सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह की जयंती (Raghuvansh Prasad Singh birth anniversary) है. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने उनको याद किया और ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. रघुवंश बाबू का जन्म 6 जून 1946 को वैशाली जिले के शाहपुर गांव में हुआ था. वह यूपीए-1 सरकार में 2004 से 2009 तक ग्रामीण विकास मंत्री रहे. उन्हें 'मनरेगा मैन' भी कहा जाता है.

ये भी पढ़ें: अंत समय में पार्टी से खफा थे रघुवंश बाबू, उनके अपमान को लेकर भिड़े RJD और BJP

तेजस्वी यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि दी: तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर दिवंगत आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य, समाजवादी नेता, मनरेगा मैन पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय रघुवंश प्रसाद सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि."

  • राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य, समाजवादी नेता, मनरेगा मैन पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय रघुवंश प्रसाद सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/SUVyV8j8SZ

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

6 जून 1946 को वैशाली में जन्म: बता दें कि डॉक्टर रघुवंश प्रसाद का जन्म 6 जून 1946 को वैशाली जिले के शाहपुर गांव में हुआ था. उन्होंने एलएस कॉलेज और राजेंद्र कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद गणित विषय से पीएचडी की डिग्री ली. उसके बाद उन्होंने 1969 से 1974 तक सीतामढ़ी के गोयनका कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर रहते हुए गणित पढ़ाया. पहली बार शिक्षक आंदोलन के दौरान 1970 में जेल गए और पहली बार 1977 में सीतामढ़ी के बेलसंड विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने. रघुवंश प्रसाद सिंह का विवाह 16 जून 1966 में किरण सिंह से हुआ था. उनके दो बेटे और एक बेटी है.

विधायक-सांसद और मंत्री बने: कर्पूरी ठाकुर की सरकार में उन्हें बिजली मंत्री का पद मिला. 1994 से 1995 तक विधान परिषद में कार्यकारी सभापति रहे. 1995 से 1996 तक राज्य सरकार में आपदा, बिजली और पुनर्वास विभाग के मंत्री रहे. 1996 में वैशाली से लोकसभा चुनाव जीते और 1998 तक राज्य मंत्री के पद पर रहे. 1998 में दोबारा और 1999 में तीसरी बार सांसद चुने गए. 2004 में चौथी बार रघुवंश प्रसाद लोकसभा पहुंचे और 5 साल ग्रामीण विकास मंत्री रहे. 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए वैशाली से पांचवीं बार सांसद चुने गए.

खेती किसानी को मनरेगा के दायरे में लाने की मांग: इस तरह रघुवंश बाबू 5 बार वैशाली से सांसद रह चुके थे. मंत्री रहते हुए वे वैशाली के विकास के लिए हमेशा आवाज उठाते रहे. उन्होंने अपने अंतिम समय में भी बिहार सरकार पत्र लिखकर वैशाली में 15 अगस्त और 26 जनवरी को सीएम के द्वारा झंडोत्तोलन की इच्छा जाहिर की थी. वहीं, लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खेती किसानी को मनरेगा के दायरे में लाने की मांग की थी.

लालू यादव से रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज: 74 साल की उम्र में 13 सितंबर 2020 को दिल्ली के एम्स में उनका निधन हो गया. आखिरी के दिनों में लालू यादव से रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज (Raghuvansh Prasad Singh angry with Lalu Yadav) थे. उन्होंने आरजेडी से इस्तीफा देकर सभी को हैरान कर दिया था. हालांकि लालू यादव ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया था. वह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर थे. वह कई दशकों से लालू प्रसाद यादव के साथ जुड़े रहे. उनके निधन के बाद उनके बेटे सत्यप्रकाश जेडीयू में शामिल हो गए.

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पटना: आज पूर्व केंद्रीय मंत्री और वैशाली के पूर्व सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह की जयंती (Raghuvansh Prasad Singh birth anniversary) है. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने उनको याद किया और ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. रघुवंश बाबू का जन्म 6 जून 1946 को वैशाली जिले के शाहपुर गांव में हुआ था. वह यूपीए-1 सरकार में 2004 से 2009 तक ग्रामीण विकास मंत्री रहे. उन्हें 'मनरेगा मैन' भी कहा जाता है.

ये भी पढ़ें: अंत समय में पार्टी से खफा थे रघुवंश बाबू, उनके अपमान को लेकर भिड़े RJD और BJP

तेजस्वी यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि दी: तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर दिवंगत आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य, समाजवादी नेता, मनरेगा मैन पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय रघुवंश प्रसाद सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि."

  • राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक सदस्य, समाजवादी नेता, मनरेगा मैन पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय रघुवंश प्रसाद सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि। pic.twitter.com/SUVyV8j8SZ

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 6, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

6 जून 1946 को वैशाली में जन्म: बता दें कि डॉक्टर रघुवंश प्रसाद का जन्म 6 जून 1946 को वैशाली जिले के शाहपुर गांव में हुआ था. उन्होंने एलएस कॉलेज और राजेंद्र कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद गणित विषय से पीएचडी की डिग्री ली. उसके बाद उन्होंने 1969 से 1974 तक सीतामढ़ी के गोयनका कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर रहते हुए गणित पढ़ाया. पहली बार शिक्षक आंदोलन के दौरान 1970 में जेल गए और पहली बार 1977 में सीतामढ़ी के बेलसंड विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने. रघुवंश प्रसाद सिंह का विवाह 16 जून 1966 में किरण सिंह से हुआ था. उनके दो बेटे और एक बेटी है.

विधायक-सांसद और मंत्री बने: कर्पूरी ठाकुर की सरकार में उन्हें बिजली मंत्री का पद मिला. 1994 से 1995 तक विधान परिषद में कार्यकारी सभापति रहे. 1995 से 1996 तक राज्य सरकार में आपदा, बिजली और पुनर्वास विभाग के मंत्री रहे. 1996 में वैशाली से लोकसभा चुनाव जीते और 1998 तक राज्य मंत्री के पद पर रहे. 1998 में दोबारा और 1999 में तीसरी बार सांसद चुने गए. 2004 में चौथी बार रघुवंश प्रसाद लोकसभा पहुंचे और 5 साल ग्रामीण विकास मंत्री रहे. 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए वैशाली से पांचवीं बार सांसद चुने गए.

खेती किसानी को मनरेगा के दायरे में लाने की मांग: इस तरह रघुवंश बाबू 5 बार वैशाली से सांसद रह चुके थे. मंत्री रहते हुए वे वैशाली के विकास के लिए हमेशा आवाज उठाते रहे. उन्होंने अपने अंतिम समय में भी बिहार सरकार पत्र लिखकर वैशाली में 15 अगस्त और 26 जनवरी को सीएम के द्वारा झंडोत्तोलन की इच्छा जाहिर की थी. वहीं, लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खेती किसानी को मनरेगा के दायरे में लाने की मांग की थी.

लालू यादव से रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज: 74 साल की उम्र में 13 सितंबर 2020 को दिल्ली के एम्स में उनका निधन हो गया. आखिरी के दिनों में लालू यादव से रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज (Raghuvansh Prasad Singh angry with Lalu Yadav) थे. उन्होंने आरजेडी से इस्तीफा देकर सभी को हैरान कर दिया था. हालांकि लालू यादव ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया था. वह पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर थे. वह कई दशकों से लालू प्रसाद यादव के साथ जुड़े रहे. उनके निधन के बाद उनके बेटे सत्यप्रकाश जेडीयू में शामिल हो गए.

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