ETV Bharat / state

पटना: सुबह तीन बजे धरने पर से उठे तेजस्वी, प्रशासन को देना पड़ा लिखित आश्वासन

अपनी मांग को लेकर देर रात तक धरने पर तेजस्वी बैठे रहे. दूध व्यवसायियों को नया ठिकाना देना का जब लिखित आश्वासन मिला, तब जाकर उन्होंने धरना खत्म किया.

मांग पर अड़े हुए तेजस्वी
author img

By

Published : Aug 22, 2019, 9:07 AM IST

Updated : Aug 22, 2019, 10:01 AM IST

पटनाः देर रात करीब 8 घंटे के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार तेजस्वी यादव धरना खत्म कर घर लौटे. तेजस्वी यादव का धरना तब खत्म हुआ, जब पटना नगर निगम ने लिखित आश्वासन दिया. निगम ने कहा है कि दूध व्यवसायियों को आस-पास के इलाके में नया ठिकाना दिया जाएगा. जहां से वे अपना व्यवसाय कर सकेंगे. तब जाकर सुबह तीन बजे तेजस्वी ने धरना खत्म किया.

tejashwi
लिखित आश्वासन की मांग करते तेजस्वी

तोड़ी जा रही थी दूध मंडी
दरअसल, बुधवार को पटना जंक्शन स्थित उस जगह को प्रशासन ध्वस्त कर रहा था जहां दूध मंडी थी. तेजस्वी यादव ने वहां पहुंचकर मौजूद मजिस्ट्रेट से वह लेटर मांगा जिसमें इसे तोड़ने का आदेश दिया गया था. लेकिन प्रशासन उन्हें यह लेटर उपलब्ध नहीं करा पाया.

tejashwi
मांग पर अड़े हुए तेजस्वी

देर रात तक धरने पर बैठे रहे रेजस्वी
इसके बाद तेजस्वी यादव बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. और दूध मंडी को तोड़ने का विरोध किया. उनकी मांग थी कि प्रशासन आश्वासन दे कि इसे नहीं तोड़ा जाएगा. तभी धरना खत्म होगी. प्रशासन ने उनकी यह मांग तो नहीं मानी लेकिन देर रात 1:00 बजे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें फोन किया. पटना की एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह ने लेटर सौंपा. साथ हीअतेजस्वी को आश्वासन दिया कि दूध व्यापारी जो दूध मंडी में व्यवसाय कर रहे थे उन्हें आस-पास 2 किलोमीटर के क्षेत्र में वेंडिंग जोन बनाकर जगह दी जाएगी.

written assurance
नगर निगम का लिखित आश्वासन

नगर निगम ने जारी किया लिखित पत्र
इसके बाद भी तेजस्वी यादव नहीं माने. उनका कहना था कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वे यहां से नहीं हटेंगे, इसके बाद पटना नगर निगम ने एक पत्र जारी करके उन्हें आश्वासन दिया कि वेंडिंग जोन बनाकर दूध व्यवसाय को जगह दी जाएगी. तब तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव धरना खत्म कर वापस लौटे.

धरने के दौरान तेजस्वी यादव व अन्य

पटनाः देर रात करीब 8 घंटे के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार तेजस्वी यादव धरना खत्म कर घर लौटे. तेजस्वी यादव का धरना तब खत्म हुआ, जब पटना नगर निगम ने लिखित आश्वासन दिया. निगम ने कहा है कि दूध व्यवसायियों को आस-पास के इलाके में नया ठिकाना दिया जाएगा. जहां से वे अपना व्यवसाय कर सकेंगे. तब जाकर सुबह तीन बजे तेजस्वी ने धरना खत्म किया.

tejashwi
लिखित आश्वासन की मांग करते तेजस्वी

तोड़ी जा रही थी दूध मंडी
दरअसल, बुधवार को पटना जंक्शन स्थित उस जगह को प्रशासन ध्वस्त कर रहा था जहां दूध मंडी थी. तेजस्वी यादव ने वहां पहुंचकर मौजूद मजिस्ट्रेट से वह लेटर मांगा जिसमें इसे तोड़ने का आदेश दिया गया था. लेकिन प्रशासन उन्हें यह लेटर उपलब्ध नहीं करा पाया.

tejashwi
मांग पर अड़े हुए तेजस्वी

देर रात तक धरने पर बैठे रहे रेजस्वी
इसके बाद तेजस्वी यादव बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. और दूध मंडी को तोड़ने का विरोध किया. उनकी मांग थी कि प्रशासन आश्वासन दे कि इसे नहीं तोड़ा जाएगा. तभी धरना खत्म होगी. प्रशासन ने उनकी यह मांग तो नहीं मानी लेकिन देर रात 1:00 बजे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें फोन किया. पटना की एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह ने लेटर सौंपा. साथ हीअतेजस्वी को आश्वासन दिया कि दूध व्यापारी जो दूध मंडी में व्यवसाय कर रहे थे उन्हें आस-पास 2 किलोमीटर के क्षेत्र में वेंडिंग जोन बनाकर जगह दी जाएगी.

written assurance
नगर निगम का लिखित आश्वासन

नगर निगम ने जारी किया लिखित पत्र
इसके बाद भी तेजस्वी यादव नहीं माने. उनका कहना था कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वे यहां से नहीं हटेंगे, इसके बाद पटना नगर निगम ने एक पत्र जारी करके उन्हें आश्वासन दिया कि वेंडिंग जोन बनाकर दूध व्यवसाय को जगह दी जाएगी. तब तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव धरना खत्म कर वापस लौटे.

धरने के दौरान तेजस्वी यादव व अन्य
Intro:देर रात करीब 8 घंटे के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार तेजस्वी यादव धरना खत्म कर घर लौटे। तेजस्वी यादव का धरना तब खत्म हुआ, जब पटना नगर निगम ने लिखित आश्वासन दिया कि दूध व्यवसायियों को आसपास के इलाके में नया ठिकाना उपलब्ध कराया जाएगा, जहां से वे अपना व्यवसाय कर सकें।


Body:शाम करीब 7:00 बजे तेजस्वी यादव लाव लश्कर के साथ पटना जंक्शन स्थित उस जगह पर पहुंचे जहां दूध मंडी थी और जिसे प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया था। इसे तोड़ने का काम जारी था। इसे लेकर तेजस्वी यादव ने मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट से वह लेटर मांगा जिसमें इसे तोड़ने का आदेश दिया गया था। लेकिन प्रशासन उन्हें यह लेटर उपलब्ध नहीं करा पाया, जिसके बाद तेजस्वी यादव बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी कि प्रशासन आश्वासन दे थोड़ा नहीं जाएगा। प्रशासन ने उनकी यह मांग तो नहीं मानी।
लेकिन देर रात 1:00 बजे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने फोन किया और यह आश्वासन दिया कि दूध व्यापारी जो दूध मंडी में व्यवसाय कर रहे थे उन्हें आसपास 2 किलोमीटर के क्षेत्र में वेंडिंग जोन बनाकर जगह दिया जाएगा। लेकिन तेजस्वी यादव फिर भी नहीं माने। उनका कहना था कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वे यहां से नहीं हटेंगे, इसके बाद पटना नगर निगम ने एक पत्र जारी करके उन्हें आश्वासन दिया कि वेंडिंग जोन बनाकर दूध व्यवसाय को जगह दी जाएगी और तब आखिरकार यादव और तेज प्रताप यादव धरना खत्म कर वापस लौटे।


Conclusion:कृपया व्हाट्सएप पर भेजा गया फोटो उपयोग करें।
Last Updated : Aug 22, 2019, 10:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.