पटना: RJD (राष्ट्रीय जनता दल) ने अपने कार्यालय सचिव चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह (jagdanand singh removed RJD office secretary) को हटा दिया है. चंदेश्वर प्रसाद ( RJD Office secretary Chandreshwar Prasad Singh) को हटाए जाने पर फेसबुक के माध्यम से तेज प्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (tej pratap yadav attacked jagdanand singh) पर नाराजगी जताई है. फेसबुक पोस्ट पर चंदेश्वर प्रसाद के साथ अपनी फोटो भी जारी की है और कहा है कि 28 वर्षो तक पार्टी को अपना सबकुछ देने वाले चंदेश्वर जी को चाचा जगदानंद सिंह ने बिना किसी कारण पार्टी से बाहर निकाल दिया.
कार्यालय सचिव को हटाए जाने पर भड़के तेजप्रताप: तेजप्रताप यादव ने फेसबुक पोस्ट में आगे लिखा है 'बचपन से ही मैं चंदेश्वर जी को देखता आ रहा हूं, पिताजी और पार्टी के प्रति उनका प्रेम निस्वार्थ रहा. कभी उन्होंने किसी पद की लालसा नहीं दिखाई. पार्टी के साथ 28 वर्षो से बुरे से बुरे वक़्त में भी खड़े रहे और आज जब उनकी भीगी आंखों में समाए अपमान के पीड़ा की गहराई को देखा तो बहुत दिल को बहुत तकलीफ हुई कि किस तरह से तानाशाही का शिकार पार्टी के सबसे वफादार कार्यकर्ता को बिना किसी गलती के एक झटके में बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. लेकिन मैं याद दिला दु की मैं और मेरे पिताजी हर वक़्त इन जैसे निस्वार्थ भाव से पार्टी को अपना खून पसीना देने वाले कार्यकर्ताओ के साथ खड़े है और हमेशा रहेंगे.'
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पार्टी में घमासान: बता दें कि तेजप्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच इससे पहले भी तल्खी देखने को मिली थी. इससे पहले तेजप्रताप यादव जगदानंद सिंह को पार्टी कार्यालय के मंच से हिटलर कहा था. तब जगदानंद सिंह कई दिनों तक राजद कार्यालय नहीं आए थे. जानकारी है कि तेजस्वी यादव के पटना आने पर चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से भी मिलेंगे और अपनी बात रखेंगे.
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आकाश को लेकर तेजप्रताप-जगदानंद के बीच तनातनी: पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के बीच का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. जगदानंद सिंह ने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष से आकाश यादव को हटा दिया था और उनकी जगह नए प्रदेश अध्यक्ष गगन यादव की नियुक्ति कर दी. इससे तेजप्रताप का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था. इसके बाद तो तेज प्रताप यादव आग बबूला हो गए और प्रेस कांफ्रेंस करके जगदानंद सिंह को आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाने की मांग कर दी. यह भी कह दिया कि जब तक जगदानंद सिंह अध्यक्ष रहेंगे, मैं प्रदेश कार्यालय नहीं जाऊंगा. नाराज तेज प्रताप ने छात्र आरजेडी से रिश्ता तोड़ लिया और छात्र जनशक्ति परिषद नाम से एक नए संगठन की शुरुआत की.
पार्टी कार्यालय का गेट बंद करवाने पर भड़के थे तेजप्रताप : आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव लगातार जगदानंद सिंह पर आरोप लगाते रहे हैं. यहां तक कि जगदानंद सिंह पर पार्टी कार्यालय का गेट बंद करवाने से लेकर उनके आने पर पार्टी कार्यालय में सम्मान नहीं देने तक का आरोप लगा चुके हैं. युवा सम्मेलन के दौरान तेजप्रताप यादव ने कहा था कि जब हमारे पिताजी थे तो गेट खुला रहता था, लेकिन जबसे जगदानंद चाचा आए हैं पार्टी कार्यालय का गेट बंद करा देते हैं.
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