पटना: प्रतिवर्ष 5 सितंबर के दिन देश के पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के मौके पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस दिन छात्र अपने शिक्षकों को पैर छूकर प्रणाम करते हैं और उन्हें कुछ उपहार देते हैं. मगर इस बार शिक्षक दिवस पर कोरोना का मार पड़ा है और शिक्षक दिवस इस बार वर्चुअल माध्यम से सेलिब्रेट किया गया है.
शिक्षक अभिषेक झा ने शिक्षक दिवस के मौके पर सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षकों का राष्ट्र के निर्माण में बहुत योगदान होता है. बच्चा चाहे डॉक्टर इंजीनियर या आईएएस बने उसके लिए शिक्षक दिन रात मेहनत करते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी बीमारी ने हमारे जीने का ढंग बदल दिया है. इस दौर में सारी शिक्षा ऑनलाइन माध्यम से कराई जा रही है. इसलिए शिक्षक दिवस के मौके पर विद्यार्थी अपने शिक्षकों को ऑनलाइन माध्यम से ही बधाइयां दे रहे हैं.
वर्चुअल माध्यम से किया शिक्षक दिवस सेलिब्रेट
नौवीं दसवीं के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षक मृत्युंजय कुमार ने बताया कि बच्चों ने वर्चुअल माध्यम से ही शिक्षक दिवस सेलिब्रेट किया है. उन्होंने कहा कि फिजिकल माध्यम से बच्चों को पढ़ाना और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाने में काफी फर्क आ जाता है. अभी के समय बच्चों और टीचर का इंटरेक्शन लगभग खत्म हो गया है और इस कारण बच्चों के व्यक्तित्व में निखार नहीं आ पा रहा है.
क्या कहते हैं छात्र
छात्र अनमोल कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के कारण जिस प्रकार से पहले वह शिक्षक दिवस सेलिब्रेट किया करते थे वैसे इस बार नहीं कर पाए. पहले जहां शिक्षकों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया करते थे. इस बार फोन कर आशीर्वाद लिया. कोरोना के कारण पहले जैसा शिक्षक दिवस सेलिब्रेट नहीं हो पाया. इसका बहुत अफसोस है. छात्र उज्जवल कुमार ने बताया कि इस बात का उन्हें बहुत अफसोस है कि शिक्षक दिवस वर्चुअल रूप में सेलिब्रेट करना पड़ा. उन्होंने कहा कि पहली क्लास रूम को शिक्षक दिवस के मौके पर बच्चे डेकोरेट किया करते थे और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होते थे.