पटनाः बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में 26 जनवरी को झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा. गणतंत्र दिवस पर पटना में झांकियों के प्रदर्शन को लेकर तैयारियां (Tableau preparation in Patna on Republic Day ) शुरू है. झांकियों के प्रदर्शन के लिए विभागवार नोडल पदाधिकारी को नामित किया गया है. नोडल पदाधिकारी सरकार के निदेशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करेंगे. जिला पदाधिकारी पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं, समाज सुधार अभियान तथा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों को झांकियों के माध्यम से दिखाया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः गणतंत्र दिवस 2023: मसौढ़ी गांधी मैदान में दिखेगी जाति आधारित गणना और शराबबंदी की झलक
संरचना की ऊंचाई अधिकतम 15 फीट होगीः पटना डीएम ने बताया कि प्रस्तुतिकरण से संबंधित सभी तैयारी तीव्र गति से चल रही है. झांकियों के निर्माण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम की नियमित तौर पर समीक्षा की जा रही है. झांकी की तैयारी के लिए पंडाल का निर्माण गांधी मैदान में किया जाएगा. झांकी की संरचना की ऊंचाई अधिकतम 15 फीट रहेगी. सभी नोडल पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि झांकी प्रस्तुतीकरण में संलग्न कलाकारों की आयु 15 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए. साथ ही सभी कलाकारों को कोविड-19 का टीकाकरण लिया जाना अनिवार्य होगा.
''सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं, समाज सुधार अभियान तथा महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों को झांकियों के माध्यम से दिखाया जा रहा है. प्रस्तुतिकरण से संबंधित सभी तैयारी तीव्र गति से चल रही है. झांकियों के निर्माण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम की नियमित तौर पर समीक्षा की जा रही है'' - डाॅ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना
झांकियों के प्रदर्शन में कोविड प्रोटोकाॅल का रखा जाएगा ध्यान: गांधी मैदान में झांकियों के प्रवेश के पूर्व एण्टी-सैबोटाज जांच और कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा. झांकियों के प्रदर्शन में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा निर्गत अनुदेशों का सम्यक अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा. प्रदर्शित की जाने वाली झांकियों का पूर्वाभ्यास 24 जनवरी को किया जाएगा.
यह है विभागों के नाम और झांकी का विषय:उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान का बिहार में उद्योग के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग का मद्य निषेध, महिला एवं बाल विकास निगम का कामकाजी महिलाओं के लिए 'पालनाघर', पंचायती राज विभाग का सशक्त पंचायत, समृद्ध गांव, जल संसाधन विभाग की गंगा जल आपूर्ति योजना, कृषि निदेशालय का कृषि यंत्र बैंक (कस्टम हायरिंग सेंटर), कला, संस्कृति एवं युवा विभाग का खेल रहा है बिहार, खिल रहा है बिहार.
इसी प्रकार पर्यटन निदेशालय का ओढ़नी डैम, बांका, श्रम संसाधन विभाग का आर्थिक हल, युवाओं को बल, निदेशक-सह-राज्य अग्निशमन पदाधिकारी कार्यालय का 'अग्नि से सुरक्षा, जान-माल की रक्षा', जीविका का उद्यमिता से आत्मनिर्भरता (महिला उद्यमिता की बही बयार, आत्मनिर्भर हो रहा ग्रामीण परिवार), बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् का 'अपनी तो पाठशाला-मस्ती की पाठशाला'