पटना: बिहार में डेंगू महामारी (Dengue Epidemic In Bihar) का रूप अख्तियार कर लिया है. डेंगू मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. राज्य में इस बीमारी से मरीजों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर है. इसको लेकर भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सरकार पर चौतरफा हमला बोला है. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए (Sushil Modi Target Bihar Government) कहा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव (Bihar Health Minister Tejashwi Yadav) को स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास विभाग पर ध्यान देने के लिए फुर्सत नहीं है. वो दूसरे कामों में व्यस्त हैं. सूबे में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री को कोई चिंता नहीं है.
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'डेंगू का रिकॉर्ड टूटा कर 7 हजार का आंकड़ा पार कर गया है. उपमुख्यमंत्री को मुकदमों से फुर्सत नहीं तो मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति चमकाने में लगे हैं. डेंगू को लेकर सरकार गंभीर नहीं है. फागिंग की व्यवस्था सिर्फ वीवीआईपी इलाके में की गई है. आम लोगों को राहत नहीं है. पहले से अगर फागिंग की गई होती तो आज हालात ऐसे नहीं होते. राज्य में प्लेटलेट्स की भारी कमी है. पीएमसीएच में जो मशीन भी लगे हैं, वह चालू नहीं हैं.' - सुशील मोदी, बीजेपी राज्यसभा सांसद
बिहार में तेजी से फैल रहा है डेंगू : गौरतलब है कि बिहार में डेंगू अब तेजी से पांव पसार रहा है, जिससे लोग अब डरने लगे हैं. राजधानी पटना की हालत सबसे ज्यादा खराब है, जहां डेंगू पीड़ितों की संख्या ने पिछला सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शुक्रवार को फिर से इस आकड़े में बढ़ोतरी देखने को मिली. पिछले 24 घंटे में पटना में 502 नये मरीज मिले हैं, जबकि गुरुवार को पटना में डेंगू के कुल 436 मरीज मिले थे. बीते एक सप्ताह से हर रोज औसतन 400 से अधिक नये मरीज मिल रहे हैं. शुक्रवार को पटना जिले में 502 नये मरीज मिले हैं. इनमें सबसे अधिक पीएमसीएच में 109, आइजीआइएमएस 64 और एनएमसीएच 68 कुल 241 मरीज इन तीनों अस्पतालों के द्वारा किये गये जांच में पाये गये हैं. इसके अलावा 261 मरीज जिले के पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में मिले हैं. दोनों मिलाकर कुल 502 मरीज पाये गये हैं.
क्या है डेंगू मच्छर : जिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है, उस मच्छर का नाम मादा एडीज मच्छर है. यह दिखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है और इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती है. यह मच्छर अक्सर रोशनी में ही काटते हैं. डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं. वहीं, अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं. इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें. एडीज बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता. इंसान के घुटने के नीचे तक ही पहुंच होती है. डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या घट जाती है. 1.5 लाख से 3.5 लाख के बीच रहने वाला प्लेटलेट्स यदि 20 हजार के नीचे आ जाये तो प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इसमें तेज बुखार के साथ हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द, सिर दर्द, उल्टी, मतली, आंखों में दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं. सांस लेने में दिक्कत और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.