पटना: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून का विरोध लगातार किसान कर रहे हैं. कई दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर हरियाणा पंजाब के किसान धरने पर बैठे हैं और कृषि कानून समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर बीजेपी लगातार किसान आंदोलन के बहाने विपक्षी पार्टियों पर हमला करती हुई दिख रही है. वहीं एक बार फिर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है.
'किसान आंदोलन में नक्सलियों का जमावड़ा'
सुशील मोदी ने कहा कि किसान आंदोलन में सिर्फ नक्सलियों का जमावड़ा है. इस आंदोलन से किसानों ने दूरी बना रखी है. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने इसके लिए किसानों को धन्यवाद भी दिया.
सुशील मोदी का बयान:
- किसान आंदोलन के दौरान भारत बंद का आह्वान किया गया था, जिसमें एक भी किसान सड़क पर दिखायी नहीं दिया. मैं बिहार के किसानों का धन्यवाद देना चाहूंगा. जिन्होंने राजद, कांग्रेस को नकार दिया.
- योगेंद्र यादव कौन है, अनेक वामपंथी और नक्सली नेता आज इस आंदोलन में घुस गए हैं. और किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं.
- आज पूरी तरीके से बिहार के किसान नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़े हैं.
- बिहार में तो जो कृषि बाजार समिति कानून था 2006 में खत्म हो गया.
- नरेंद्र मोदी ने आज देश के किसानों को बिचौलियों से मुक्त कर दिया है.
- किसान अपनी उपज देश के किसी भी कोने में बेच सकते हैं और उस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.
- ऑनलाइन भी किसान व्यापार कर सकेंगे.
- किसान, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग भी कर सकेंगे.
'किसान छोड़ें हठधर्मिता'
सुशील मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधने के साथ ही किसानों को भी हठधर्मिता छोड़ने की नसीहत दी है.साथ ही उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे सरकार से वार्ता करें.