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सुशील मोदी ने आंखों पर पट्टी बांध निकाली जागरुकता रैली, नेत्रदान के लिए किया प्रेरित

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Published : Dec 7, 2019, 12:23 PM IST

सुशील मोदी ने कहा कि एक नेत्रहीन व्यक्ति का हर दिन कैसा गुजरता होगा, इसके एहसास के लिए हम लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग भी ये महसूस करे, साथ ही नेत्र दान करने के लिए आगे आएं. अंगदान के लिए बिहार में चार सबसे बड़े अस्पताल में से 2 पटना में है. जिनमें एक भागलपुर और एक गया में है.

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पटना: राजधानी में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दधीचि देहदान समिति और दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चियों के साथ मिलकर जागरुकता रैली निकाली. जहां उन्होंने लोगों को नेत्रदान और देहदान करने के लिए प्रेरित किया. वहीं इस दौरान सभी ने अपनी आंखों पर काली पट्टी लगा रखी थी.

नेत्रदान के लिए जागरुकता
राजधानी के डाकबंगला चौराहा से मौर्या लोक परिषद तक शनिवार सुबह दधीचि देहदान समिति और दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चियों की ओर से जागरुकता मार्च निकाला गया. मार्च में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत सैकड़ों लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधकर हिस्सा लिया.

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सुशील मोदी ने किया नेत्रदान के लिए लोगों को प्रेरित

नेत्रहीन के दर्द महसूस करें-मोदी
सुशील मोदी ने कहा कि एक नेत्रहीन व्यक्ति का हर दिन कैसा गुजरता होगा, इसके एहसास के लिए हम लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी लोग भी ये महसूस करें और नेत्रदान के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि अंगदान के लिए बिहार में चार सबसे बड़े अस्पतालों में से 2 पटना में है. जिनमें एक भागलपुर और दूसरा गया में है. आगे आनेवाले दिनों में और भी अन्य अस्पतालों का निर्माण करवाया जायेगा.

सुशील मोदी ने आंखों पर पट्टी बांध निकाली जागरुकता रैली

बिहार नेत्रदान में अभी पीछे
डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले साल नेत्रदान में बिहार में 450 लोगों ने योगदान किया. जिस वजह से 450 लोगों को नई जिंदगी मिली. हालांकि उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के बावजूद बिहार अभी भी पीछे है, नेत्रदान के मामले में तमिलनाडू सबसे आगे है.

पटना: राजधानी में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दधीचि देहदान समिति और दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चियों के साथ मिलकर जागरुकता रैली निकाली. जहां उन्होंने लोगों को नेत्रदान और देहदान करने के लिए प्रेरित किया. वहीं इस दौरान सभी ने अपनी आंखों पर काली पट्टी लगा रखी थी.

नेत्रदान के लिए जागरुकता
राजधानी के डाकबंगला चौराहा से मौर्या लोक परिषद तक शनिवार सुबह दधीचि देहदान समिति और दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चियों की ओर से जागरुकता मार्च निकाला गया. मार्च में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत सैकड़ों लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधकर हिस्सा लिया.

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सुशील मोदी ने किया नेत्रदान के लिए लोगों को प्रेरित

नेत्रहीन के दर्द महसूस करें-मोदी
सुशील मोदी ने कहा कि एक नेत्रहीन व्यक्ति का हर दिन कैसा गुजरता होगा, इसके एहसास के लिए हम लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी लोग भी ये महसूस करें और नेत्रदान के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि अंगदान के लिए बिहार में चार सबसे बड़े अस्पतालों में से 2 पटना में है. जिनमें एक भागलपुर और दूसरा गया में है. आगे आनेवाले दिनों में और भी अन्य अस्पतालों का निर्माण करवाया जायेगा.

सुशील मोदी ने आंखों पर पट्टी बांध निकाली जागरुकता रैली

बिहार नेत्रदान में अभी पीछे
डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले साल नेत्रदान में बिहार में 450 लोगों ने योगदान किया. जिस वजह से 450 लोगों को नई जिंदगी मिली. हालांकि उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के बावजूद बिहार अभी भी पीछे है, नेत्रदान के मामले में तमिलनाडू सबसे आगे है.

Intro:दधीचि देहदान समिति एवं दिव्यांग नेत्र हीन स्कूली बच्चियों द्वारा निकाला गया जागरूकता रैली,,


Body:पटना -- राजधानी पटना के डगकबंगला चौराहा से मौर्या लोक परिषद तक आज अहले सुबह दधिचि देहदान समिति एवं दिव्यांग नेत्र हीन स्कूली बच्चियों द्वारा निकाला गई जागरुकता मार्च मे बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत सैकड़ों लोगों ने आंख पर पट्टी बांधकर निकाली मार्च लोगो को किया जागरुक,
इस दौरान सुशील मोदी के मीडिया से बातचीत करते हैं कहा की एक नेत्रहीन व्यक्ती को हर दिन कैसा गुजरता होगा जिसके अहेयासा के लिए हम लोगो के महशूस किया साथ ही लोग जागरुक हो सके और नेत्र दान करने के लिए आगे आ सकते इसलिए समिति के द्वारा जो जागरूकता मार्च निकाला गया था उसमे शामिल हुये है ,मीडिया को जानकारी देते हुये मोदी ने कहा की अंग दाने के लिए बिहार मे चार सबसे बज़े अस्पताल भी दो पटना मे है एक भागलपुर और एक गाया जिले मे स्थापित है, और आगे आनेवाले दिनो मे अस्पताल का निर्माण किया जायेगा,

मोदी ने कहा की पिछले साल मे ऑख दाने मे बिहार 450 लोगो ने दान करने से 450 लोगो को नई जिंदगी मिली है। उसे वाबजूद बिहार अभी पीछे है नेत्र दान के मामले मे तमिलनाडू सबसे आगे है वहा पर लोगो ने 9 हजार से उप लोगो के नेत्र दान किये है पुरे मे मे 55 हजार लोगो ने नेत्र दान करके दूसरे लोगो को नई जिंदगी दी है ।बिहार पिछे था लेकिन अब पिछे नही रहेगा नेत्र दान करने के मामले मे बिहार अवल होगा ऐसा हमे विश्वास है ।इस लिए मै सभी से अपील भी करुगा की मरने के बाद आप अपना नेत्र दान करे ताकी नेत्रहीन लोगो को नई जिंदगी मिली सके।

बाइट.. सुशील मोदी ,डिप्टी सीएस Conclusion:
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