पटना: राजधानी में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने दधीचि देहदान समिति और दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चियों के साथ मिलकर जागरुकता रैली निकाली. जहां उन्होंने लोगों को नेत्रदान और देहदान करने के लिए प्रेरित किया. वहीं इस दौरान सभी ने अपनी आंखों पर काली पट्टी लगा रखी थी.
नेत्रदान के लिए जागरुकता
राजधानी के डाकबंगला चौराहा से मौर्या लोक परिषद तक शनिवार सुबह दधीचि देहदान समिति और दिव्यांग नेत्रहीन स्कूली बच्चियों की ओर से जागरुकता मार्च निकाला गया. मार्च में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत सैकड़ों लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधकर हिस्सा लिया.
नेत्रहीन के दर्द महसूस करें-मोदी
सुशील मोदी ने कहा कि एक नेत्रहीन व्यक्ति का हर दिन कैसा गुजरता होगा, इसके एहसास के लिए हम लोगों ने आंखों पर पट्टी बांधी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सभी लोग भी ये महसूस करें और नेत्रदान के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि अंगदान के लिए बिहार में चार सबसे बड़े अस्पतालों में से 2 पटना में है. जिनमें एक भागलपुर और दूसरा गया में है. आगे आनेवाले दिनों में और भी अन्य अस्पतालों का निर्माण करवाया जायेगा.
बिहार नेत्रदान में अभी पीछे
डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले साल नेत्रदान में बिहार में 450 लोगों ने योगदान किया. जिस वजह से 450 लोगों को नई जिंदगी मिली. हालांकि उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के बावजूद बिहार अभी भी पीछे है, नेत्रदान के मामले में तमिलनाडू सबसे आगे है.