पटना: प्रवासियों के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गये हैं. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राजस्थान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा है कि जब राजस्थान सरकार ने ट्रेन का किराया देने से इनकार कर दिया तो बिहार सरकार 1 करोड़ रुपए का भुगतान कर छात्रों और श्रमिकों को वापस ले आई.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि अब तक 1200 ट्रेनों के जरिए लगभग 15 लाख प्रवासी मजदूर बिहार लौट चुके हैं. बचे हुए लोगों को भी जल्द बिहार वापस लाया जाएगा. सुशील मोदी ने कहा कि कोटा-कोटा चिल्लाने वाले राजद और कांग्रेस के लोग आज चुप क्यों हैं? उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की सरकार ने जब कोटा में फंसे 18000 बिहारी छात्रों के ट्रेन का किराया देने से हाथ खड़ा कर दिया तब बिहार सरकार ने एक करोड़ रुपये का भुगतान किया और 16 विशेष ट्रेनों के जरिए सभी को वापस ले आई.
कांग्रेस ने दिया झांसा
डिप्टी सीएम ने कहा कि इन छात्रों को वापस लाने के लिए कांग्रेस और राजद के लोगों ने बड़े-बड़े वादे किये थे, लेकिन जब छात्रों को लाने की बारी आई तब लापता हो गए. कोटा के छात्रों को झांसा देने वाली कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी को खुश करने के लिए उनके संसदीय क्षेत्र के लोगों को केरल भेजा. इसके लिये तीन बसों का किराया चुकाया. बिहारियों की सहायता के लिए फर्जी टोल फ्री नंबर जारी करने वाली कांग्रेस को बताना चाहिए कि अब तक उसने कितने बिहारियों को लाने का खर्च उठाया है.