पटना: नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने स्मार्ट सिटी को लेकर अपने ही अधिकारियों पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि गाइडलाइंस हमारे अधिकारी समझ नहीं पाए. इस वजह से काम में देरी हो गई. वहीं, इसको लेकर विपक्ष ने हमला बोला.
सुरेश शर्मा ने कहा कि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट जो काम चल रहा था, उसका गाइडलाइंस हमारे अधिकारी समझ नहीं पाए. अधिकारियों ने कोई ट्रेनिंग भी नहीं ली. इससे काम करने में दिक्कतें आ रही हैं. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट मे जितने भी नियम है, उन नियम को विभाग के अधिकारी समझ नहीं सके. कुछ प्रोजेक्ट पर काम तो हुए. लेकिन काम का परिणाम फाइनल नहीं हो सका. अब इन सभी कामों को लेकर विभाग के हाई लेवल कमेटी में चर्चा हुआ है. दो सालो में काम को कैसे पूरा करना है. इसकी भी प्लानिंग की गई है. अब जो भी कार्य स्मार्ट सिटी के तहत हो रहा है, वो नियमानुसार ही हो रहा है.
'अधिकारियों पर दोष ठीक नहीं है'
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अब अपनी कमियों को छुपाने के लिए मंत्री अधिकारियों पर दोष को दे रहे हैं, जो ठीक नहीं है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर सरकार भले ही अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगा रही है. लेकिन स्मार्ट सिटी योजना को लेकर लोग सरकार सवाल पूछेगी. बता दें कि पटना को स्मार्ट सिटी के तहत कई परियोजनाओं के लिए चुना गया है, जिसमे मल्टीप्लेक्स के साथ-साथ तालाब, सड़कों के चौड़ीकरण का भी काम करना है. पटना के दो प्रमुख नाला को भी बनाना था. लेकिन अभी तक एक भी काम पूरा नहीं हुआ है.