पटना: आईजीआईएमएस में पीजी के बाद सुपर स्पेशलाइज्ड कोर्स करने वाले डॉक्टरों के लिए एमसीआई ने तोहफा दिया है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने आईजीआईएमएस में दस सुपर स्पेशलाइज्ड सीटों की मंजूरी दे दी है. अब आईजीआईएमएस में 10 सीटों पर डीएम एवं एमसीएच की पढ़ाई हो सकती है.
सोलह सीटों में से दस सीटों को मिली मंजूरी
अस्पताल सूत्रों की मानें तो वर्ष 2012 से ही गैस्ट्रो मेडिसिन में डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन कोर्स एवं यूरोलॉजी में मास्टर इन चेरोलॉजी की पढ़ाई आरंभ हुई थी. दोनों कोर्स में दो-दो सीटें दी गई थी. डीएम एवं एमसीएच पोस्ट ग्रेजुएशन यानी एमडी एवं एमएस इसके बाद की जाने वाली सुपर स्पेशलाइज्ड कोर्स की श्रेणी में आता है. वर्ष 2017 में न्यूरो मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी में डीएम कोर्स एवं गैस्ट्रोसर्जरी, न्यूरो सर्जरी एवं पिडीयाट्रीक सर्जरी में एमसीएच कोर्स शुरू करने के लिए आवेदन दिया गया था. इसमें वर्ष 2018 में न्यूरोमेडिसिन में डीएम कोर्स की मंजूरी भी मिल गई थी. नेफ्रोलॉजी और कार्डियोलॉजी में डीएम की 3 सीट और न्यूरो सर्जरी में एमसीएच होगी. वहीं, कुल मिलाकर 16 सीटों की पढ़ाई होनी है जिसमें 10 सीटों की मंजूरी मिल गई है.
ईएनटी एवं ऑर्थो विभाग में एमएस कोर्स के लिए तीन-तीन सीटों की बढ़ोतरी
आईजीआईएमएस अस्पताल सूत्रों की मानें तो फरवरी के बाद कुछ और सीटों में भी वृद्धि हुई है. ईएनटी एवं ऑर्थो विभाग में एमएस कोर्स के लिए दोनों में तीन-तीन सीटों की बढ़ोतरी हुई है. डिप्लोमेट इननेशन बोर्ड कोर्स के लिए भी कुल 6 सीटों में वृद्धि की गई है.वहीं, गायनी में प्राइमरी डीएनबी के लिए 2 सीट एवं सेकेंडरी डीएनबी के लिए दो सीट की बढ़ोतरी की गई है. जबकि इमरजेंसी मेडिसिन में भी सेकेंडरी डीएनबी कोर्स की शुरुआत हुई है. इसमें कुल 2 सीटों पर पढ़ाई शुरू होगी.