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Subhas Chandra Bose Jayanti: सुभाष चंद्र बोस की जयंती में बोले जगदानंद- 'नेताजी के योगदान का देश ऋणी'

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Published : Jan 23, 2023, 8:19 PM IST

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती आरजेडी ऑफिस में मनाई गई. इस दौरान पार्टी के पदाधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और नेताजी के किए गए कामों को याद किया. जगदानंद सिंह ने कहा कि युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित और आंदोलित किया और उनके योगदान का देश ऋणि है.

राजद कार्यालय में सुभाष चंद्र बोस की जयंती
राजद कार्यालय में सुभाष चंद्र बोस की जयंती

पटना: बिहार की राजधानी पटना में राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती मनाई गई. इस दौरान प्रदेश आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सुभाष चंद्र के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया. इस दौरान संबोधित करते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने देश को आजादी दिलाने के लिए ‘आजाद हिन्द फौज’ की स्थापना कर अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी. नेताजी का नारा था 'दिल्ली चलो', 'जय हिन्द' तथा ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगां’. उन्होंने युवा पीढ़ी को उत्प्रेरित और आन्दोलित किया. उनके योगदान का भारत ऋणी है.

ये भी पढ़ें- Subhas Chandra Bose 126th Jayanti: पीएम मोदी बोले- यह वही धरती है, जहां पहली बार तिरंगा फहरा था

सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि: जगदानंद सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने आईसीएस पास करने के बाद अंग्रेजों की हुकुमत में नौकरी नहीं कर देश सेवा में जुट गए. वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के असहयोग आन्दोलन में सहभागी हुए. उस समय देश में दो धारा काम कर रहा था. एक नरम दल, दूसरा गरम दल. दोनों का एक लक्ष्य स्वतंत्रता दिलाने का था. सुभाष चन्द्र बोस गरम दल के नेता थे. इस अवसर पर नेताजी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदानन्द सिंह ने की.

पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई जयंती: इस अवसर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, भोला यादव, बीनू यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष वृषिण पटेल, डाॅ तनवीर हसन, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, मृत्युंजय तिवारी, संगठन महासचिव राजेश यादव, प्रदेश महासचिव दीनानाथ सिंह यादव समेत कई अन्य नेताओं ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की. गौरतलब है कि 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्‍मदिन को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अण्‍डमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम रखा.

पटना: बिहार की राजधानी पटना में राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती मनाई गई. इस दौरान प्रदेश आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सुभाष चंद्र के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया. इस दौरान संबोधित करते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने देश को आजादी दिलाने के लिए ‘आजाद हिन्द फौज’ की स्थापना कर अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी. नेताजी का नारा था 'दिल्ली चलो', 'जय हिन्द' तथा ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगां’. उन्होंने युवा पीढ़ी को उत्प्रेरित और आन्दोलित किया. उनके योगदान का भारत ऋणी है.

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सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि: जगदानंद सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने आईसीएस पास करने के बाद अंग्रेजों की हुकुमत में नौकरी नहीं कर देश सेवा में जुट गए. वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के असहयोग आन्दोलन में सहभागी हुए. उस समय देश में दो धारा काम कर रहा था. एक नरम दल, दूसरा गरम दल. दोनों का एक लक्ष्य स्वतंत्रता दिलाने का था. सुभाष चन्द्र बोस गरम दल के नेता थे. इस अवसर पर नेताजी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदानन्द सिंह ने की.

पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई जयंती: इस अवसर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, भोला यादव, बीनू यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष वृषिण पटेल, डाॅ तनवीर हसन, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, मृत्युंजय तिवारी, संगठन महासचिव राजेश यादव, प्रदेश महासचिव दीनानाथ सिंह यादव समेत कई अन्य नेताओं ने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की. गौरतलब है कि 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्‍मदिन को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अण्‍डमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े द्वीपों का नामकरण परमवीर चक्र विजेताओं के नाम रखा.

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