पटना: एसटीईटी की परीक्षा रद्द किए जाने के विरोध में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट के बाहर एसटीईटी अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया और रिजल्ट जारी करने की मांग की. एसटीईटी अभ्यर्थी सैकड़ों की संख्या में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे. जहां पुलिस ने उन्हें धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी. इसके बाद वह बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से गांधी मैदान के गेट नंबर-1 के लिए मार्च किए और बोर्ड के अध्यक्ष आनंद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
रिजल्ट की मांग को लेकर प्रदर्शन
अभ्यर्थी रवि ने बताया कि एसटीईटी का रिजल्ट जारी किया जाए क्योंकि रिजल्ट में कहीं कोई धांधली नहीं हुई है. अभ्यर्थी चंदन कुमार ने कहा कि 28 जनवरी को इस साल जब परीक्षा हुई उसके बाद आनंद किशोर ने कहा था परीक्षा कदाचार मुक्त हुआ है. जिन चार सेंटरों पर परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगा था उन सभी सेंटरों पर 26 फरवरी को दोबारा परीक्षा हुई. उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को दोनों परीक्षाओं का आंसर शीट जारी किया गया और 15 मई तक रिजल्ट प्रकाशित करने की बात कही गई. लेकिन अचानक आनन-फानन में 16 मई के दिन परीक्षा रद्द कर दिया गया और बोर्ड के इस फैसले से अभ्यर्थी काफी आहत हुए हैं.
बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी अजय कुमार ने कहा कि जब 15 मई को बोर्ड की तरफ से रिजल्ट जारी करने का डेट तय किया गया था. परीक्षा खत्म होने के बाद बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा था कि परीक्षा कदाचार मुक्त संपन्न हुई है. इसके बाद क्या कारण रहा कि परीक्षा में अनियमितता का हवाला देते हुए 16 मई को परीक्षा रद्द कर दिया गया. बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी कर रहे अभ्यर्थी अभिषेक ने कहा कि राज्य सरकार अपनी बर्बरता को दिखाने के लिए एसटीईटी परीक्षा रद्द कर दिया है और इसी रिजल्ट की मांग को लेकर वह प्रदर्शन कर रहे हैं.
रिजल्ट प्रकाशित करने की मांग
अभ्यर्थियों ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर प्रशासन की ओर से उन्हें धरने पर नहीं बैठने दिया गया और न ही बोर्ड के अध्यक्ष से मिलने की अनुमति दी गई. उन्होंने कहा कि अगर एसटीईटी रिजल्ट जारी नहीं होता है तो यह आंदोलन आगे और बढ़ेगा. इसके बाद वह शिक्षा मंत्री के आवास पर उनका घेराव करने की योजना बना रहे हैं. अभ्यर्थियों की एकमात्र मांग है कि दोबारा परीक्षा नहीं हो, जो परीक्षा लिया गया है उसका रिजल्ट प्रकाशित किया जाए.