पटनाः राजधानी पटना स्थित शिक्षा मंत्री (Education Minister) विजय कुमार चौधरी के आवास का घेराव करने जा रहे एसटीईटी अभ्यर्थियों (Stet Candidates) पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. पुलिस ने अभ्यर्थियों को पहले ईको पार्क के पास रोक लिया, उसके बाद जब अभ्यर्थी बेकाबू होने लगे तो उनपर जमकर लाठियां बरसाई.
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नियुक्ति की मांग कर रही थे अभ्यर्थी
दरअसल, 2019 शिक्षक बहाली पात्रता परीक्षा पास करने के बाद भी रिजल्ट प्रकाशित नहीं किए जाने के बाद अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा है. नियुक्ति की मांग करते हुए हजारों की संख्या में एसटीईटी अभ्यर्थी राजधानी पटना की सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन करने लगे. जिसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया. इस दौरान अफरा-तफरी मच गई.
हम लोग एसटीईटी पास अभ्यर्थी आज प्रदर्शन कर रहे हैं. हम लोगों की बहाली अभी तक नहीं हुई है. ज्वाइनिंग देने की मांग को लेकर हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. बार बार आश्वासन देने के बाद भी शिक्षा मंत्री हमारी मांगों को अनसुनी कर रहे हैं. सरकार को चाहिए कि वे अभ्यर्थियों के हितों का ख्याल रखे.- प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी
क्या कहा था शिक्षा मंत्री ने?
बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) 2019 पास करने वाले अभ्यर्थियों की नाराजगी पर बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ( Vijay Kumar Choudhary ) ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा है कि सरकार ने उनकी परेशानी का हल खोज लिया है. अभ्यर्थियों को परेशान होने की जरुरत नहीं है.
"STETअभ्यर्थियों की चिंता से सरकार पूरी तरह से वाकिफ है. उनकी समस्या से पहले समाधान खोज लिया गया है. उन्हें परेशान होने की जरुरत नहीं है. क्वालिफाइड इन मैरिट लिस्ट और क्ववालिफाइड बट नॉट इन मैरिट लिस्ट दोनों तरह के अभ्यर्थियों को न सिर्फ सातवें चरण बल्कि आठवें चरण की नियुक्तियों में मौका मिलेगा." - विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री, बिहार सरकार
नतीजों को लेकर हुआ था बवाल
दरअसल, एसटीईटी-2019 के नतीजे जब से आए हैं, तब से अभ्यर्थी और छात्र संगठन उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका आरोप है कि इस परीक्षा के रिजल्ट में धांधली की गई है. रिजल्ट घोषित होने के बाद बिहार बोर्ड ने पास घोषित अभ्यर्थियों की दो श्रेणियां बना दी थी. जिसमें 'क्वालिफाइड एंड इन मेरिट लिस्ट' और 'क्वालिफाइड बट नॉट इन मेरिट लिस्ट' की श्रेणी बनाने के कारण अच्छा खासा हंगामा हुआ था.
शिक्षा विभाग ने बनाई थी कमेटी
मेरिट लिस्ट बनाने का काम पूरी तरह नियोजन इकाइयों का होता है, लेकिन यह मेरिट लिस्ट जब बिहार बोर्ड ने जारी की तो इसे लेकर बवाल खड़ा हो गया. अभ्यर्थियों ने इसे लेकर जमकर बवाल किया, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने मामले को सुलझाने के लिए एक कमेटी बनाई. इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें एसटीईटी-2019 में उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को सातवें चरण के शिक्षक बहाली और उससे आगे की बहाली के लिए योग्य घोषित किया गया है.
सभी शिक्षक बहाली के लिए पात्र
वहीं, 2011 में एसटीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की वैलिडिटी लाइफटाइम होने के कारण उन्हें भी अब आगे की बहालियों में मौका मिलेगा. 2020 में शिक्षकों की जो नई सेवा शर्त नियमावली बनी है, उसमें भी यह स्पष्ट किया गया है कि आगे की बहालियों में टीईटी परीक्षा के मार्क्स मेरिट लिस्ट बनाने के दौरान नहीं जुड़ेंगे. यानी टीईटी परीक्षा सिर्फ पास करना अनिवार्य है.
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