ETV Bharat / state

Smart Meter के नाम पर बड़ा खेला! विद्युत कार्यपालक अभियंता अमरपुर पर करोड़ों की निकासी का आरोप - SMART METER

बांका में नीतीश की महत्वाकांक्षी योजना स्मार्ट मीटर को लेकर बड़ा घोटाला किया गया. विद्युत कार्यपालक अभियंता पर करोड़ों की अवैध निकासी का आरोप है.

Smart meter scam
स्मार्ट मीटर के नाम पर करोड़ों का गबन (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 28, 2024, 5:45 PM IST

बांका: बिहार के बांका जिले के अमरपुर के विद्युत कार्यपालक अभियंता पर करोड़ों रुपये की अवैध निकासी का आरोप लगा है. विभाग में कार्यरत सुभाष कुमार विद्युत कार्यपालक अभियंता अमरपुर द्वारा करोड़ों रुपये की अवैध निकासी से विभाग में हड़कंप मचा है.

स्मार्ट मीटर के नाम पर करोड़ों का गबन: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में स्मार्ट मीटर भी शामिल है, लेकिन इस स्मार्ट मीटर योजना पर भी कुछ विभागीय पदाधिकारी ग्रहण लगाने पर लगे हुए हैं. अमरपुर के विद्युत कार्यपालक अभियंता सुभाष कुमार द्वारा विभागीय दिशा निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की गयी है. इसको लेकर एसबीपीडीसीएल के ओर से पत्र जारी किया गया है.

Smart meter scam
स्मार्ट मीटर में करोड़ों का गबन (ETV Bharat)

ऐसे लगाया गया कंपनी को चूना: स्मार्ट मीटर लगाने से पहले पुराने डिजिटल मीटर को उपभोक्ताओं के परिसर के अंदर से दरवाजे पर लगाना था. जिसमें प्रति मीटर एक सील बीट की आवश्यकता होती है. विद्युत कार्यपालक अभियंता द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए जितना सील बिट का MRT भागलपुर से निकासी हुआ था, उस सील बिट से दोगुना से भी अधिक संख्या में मीटर को ( DOOR BELL ) Shift दिखाकर करोड़ों रूपये का गबन कर लिया गया.

ठेकेदार से करोड़ों रुपया लेने का आरोप: जानकारी के अनुसार ठेकेदार से बहुत बड़ी रकम जो करोड़ों में है, सुभाष कुमार ने कमीशन के तौर पर लिया है. मामला प्रकाश में आने के बाद इनके द्वारा लीपापोती किया जा रहा है. सार्वजनिक तौर पर इनके द्वारा बोला जा रहा है कि विद्युत अधीक्षण अभियंता भागलपुर और पूर्व विद्युत अधीक्षण अभियंता गौरव पाण्डेय मेरे बहुत खास हैं.

जांच टीम गठित: अब इस मामले में अधीक्षण अभियंता ने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है. जांच रिपाेर्ट आने के बाद इसमें गड़बड़ी से पूरी तरह से पर्दा उठ सकेगा.

"मामले की तह तक जाने के लिए गहन जांच की जरूरत है. इसलिए निर्देश है कि अमरपुर आपूर्ति प्रमंडल ने बिना एस्टीमेट की स्वीकृत किए ही कराए गए कामाें की सत्यता की जांच कर स्पष्ट रिपाेर्ट उपलब्ध कराएं कि महज 33200 सील बीट की निकासी से 46670 मीटर काे डाेर बेल पर शिफ्ट किए जाने का काम तकनीकी रूप से किस तरह से संभव हाे पाया."- प्रदीप मजि, महाप्रबंधक अधीक्षण अभियंता

ये भी पढ़ें

बिहार में बिजली चोरी का ऐसा जुगाड़ देख हिल जाएंगे, Smart Meter को भी दिया चकमा

बांका: बिहार के बांका जिले के अमरपुर के विद्युत कार्यपालक अभियंता पर करोड़ों रुपये की अवैध निकासी का आरोप लगा है. विभाग में कार्यरत सुभाष कुमार विद्युत कार्यपालक अभियंता अमरपुर द्वारा करोड़ों रुपये की अवैध निकासी से विभाग में हड़कंप मचा है.

स्मार्ट मीटर के नाम पर करोड़ों का गबन: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में स्मार्ट मीटर भी शामिल है, लेकिन इस स्मार्ट मीटर योजना पर भी कुछ विभागीय पदाधिकारी ग्रहण लगाने पर लगे हुए हैं. अमरपुर के विद्युत कार्यपालक अभियंता सुभाष कुमार द्वारा विभागीय दिशा निर्देशों की खुलेआम अवहेलना की गयी है. इसको लेकर एसबीपीडीसीएल के ओर से पत्र जारी किया गया है.

Smart meter scam
स्मार्ट मीटर में करोड़ों का गबन (ETV Bharat)

ऐसे लगाया गया कंपनी को चूना: स्मार्ट मीटर लगाने से पहले पुराने डिजिटल मीटर को उपभोक्ताओं के परिसर के अंदर से दरवाजे पर लगाना था. जिसमें प्रति मीटर एक सील बीट की आवश्यकता होती है. विद्युत कार्यपालक अभियंता द्वारा अपने पद का दुरूपयोग करते हुए जितना सील बिट का MRT भागलपुर से निकासी हुआ था, उस सील बिट से दोगुना से भी अधिक संख्या में मीटर को ( DOOR BELL ) Shift दिखाकर करोड़ों रूपये का गबन कर लिया गया.

ठेकेदार से करोड़ों रुपया लेने का आरोप: जानकारी के अनुसार ठेकेदार से बहुत बड़ी रकम जो करोड़ों में है, सुभाष कुमार ने कमीशन के तौर पर लिया है. मामला प्रकाश में आने के बाद इनके द्वारा लीपापोती किया जा रहा है. सार्वजनिक तौर पर इनके द्वारा बोला जा रहा है कि विद्युत अधीक्षण अभियंता भागलपुर और पूर्व विद्युत अधीक्षण अभियंता गौरव पाण्डेय मेरे बहुत खास हैं.

जांच टीम गठित: अब इस मामले में अधीक्षण अभियंता ने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है. जांच रिपाेर्ट आने के बाद इसमें गड़बड़ी से पूरी तरह से पर्दा उठ सकेगा.

"मामले की तह तक जाने के लिए गहन जांच की जरूरत है. इसलिए निर्देश है कि अमरपुर आपूर्ति प्रमंडल ने बिना एस्टीमेट की स्वीकृत किए ही कराए गए कामाें की सत्यता की जांच कर स्पष्ट रिपाेर्ट उपलब्ध कराएं कि महज 33200 सील बीट की निकासी से 46670 मीटर काे डाेर बेल पर शिफ्ट किए जाने का काम तकनीकी रूप से किस तरह से संभव हाे पाया."- प्रदीप मजि, महाप्रबंधक अधीक्षण अभियंता

ये भी पढ़ें

बिहार में बिजली चोरी का ऐसा जुगाड़ देख हिल जाएंगे, Smart Meter को भी दिया चकमा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.