पटना: बिहार के पूर्व सीएम बीपी मंडल की प्रतिमा आंध्र प्रदेश में लगेगी. इसके लिए आंध्र प्रदेश के कांग्रेस नेता गुरुवार को पटना में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिले. आंध्र प्रदेश के कांग्रेस नेता ने सीएम और डिप्टी सीएम को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आग्रह किया है. आंध्र प्रदेश के गुंटूर में बीपी मंडल की आदमकद कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा. आंध्र प्रदेश में बीपी मंडल की प्रतिमा लगना बिहार के लोगों के लिए गर्व की बात है.
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अनावरण समारोह में शामिल होने का निवेदनः आंध्र प्रदेश से वाईएसआर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद बीड़ा मस्तान राव यादव ने गुरुवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से उनके आवास पर मुलाकात की. गुंटूर में लगाए जा रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की आदमकद कांस्य प्रतिमा के अनावरण समारोह में शामिल होने का निवेदन किया. ज्ञात हो कि बीपी मंडल बिहार के सातवें मुख्यमंत्री थे, जिनकी प्रतिमा आंध्र प्रदेश में लगायी जाएगी.
1968 में बीपी मंडल सीएम बनेः बता दें कि बाबू बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल एक भारतीय राजनेता थे, जिन्होंने मंडल आयोग की अध्यक्षता की थी. मंडल का जन्म उत्तरी बिहार के मधेपुरा के एक अमीर यादव जमींदार परिवार के घर में हुआ था. उन्होंने 1968 में बिहार के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में काम किया, लेकिन उन्होंने 30 दिनों के बाद इस्तीफा दे दिया था. बीपी मंडल का निधन 13 अप्रैल 1982 में हुआ.
पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने की सिफारिशः जनता पार्टी के शासनकाल में बीपी मंडल की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया गया था और इसे भारत के सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के हितों के विषय में रिपोर्ट तैयार करने का कार्य सौंपा गया था. इस कमीशन का गठन साल 1978 में किया गया था और इस कमीशन ने अपनी रिपोर्ट 1980 में तैयार की थी. इसी कमीशन द्वारा बनाई गई रिपोर्ट में कई सारी सिफारिशें की गई थी. जिसमें से नौकरियों व शिक्षण संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने की सिफारिश की गई थी.